Jhajjar News: देशभर में मशहूर झज्जर की झझरी पर पड़ी महंगाई की मार, भाव बढ़ते ही कम हुई डिमांड
झज्जर :- ठंडे पानी के लिए झज्जर की झझरी पूरे देश में मशहूर है. लेकिन अब गर्मी के मौसम में पास के क्षेत्रों के अलावा पूरे देश में मशहूर झज्जर की झझरी यानि सुराही का पानी अब खरीददारों को महंगा पड़ने लगा है. जिसके चलते ठंडे पानी के लिए प्रख्यात झज्जर की झझरी की Demand अब धीरे-धीरे कम होती जा रही है.
कुछ ही कारीगरों के पास बची है यह कला
पहले जहां शहर के छावनी मौहल्ला क्षेत्र में सैंकड़ों परिवार माटी के व्यवसाय पर आधारित थे वहीं अब धीरे-धीरे सुराही बनाने की यह कला भी चंद कारीगरों के पास ही बची है. छावनी मोहल्ला में सुराही बनाने में लगे माटी कला में माहिर महाबीर व उनकी पत्नी गीता देवी ने बताया कि मौसम प्रतिकूल होने के कारण इस बार पहले के मुकाबले कम सुराही बन पाई है.
लागत बढ़ने के कारण मांग में आई कमी
पिछले दिनों हुई बारिश के चलते उनका काम कई दिनों बाद पटरी पर आया है. वे जहां पहले गर्मी आते-आते दस से ज्यादा गाड़ियों भरकर बाहर भिजवा देते थे वहीं अब केवल दो गाड़ियां ही राजस्थान के Jaipur भेजी गई है. मटके व सुराही के व्यवसाय में लगे महाबीर का कहना हैं कि पहले मुबंई के साथ महाराष्ट्र व एमपी से भी बड़ी संख्या में सुराही बनाने के Order दिए जाते थे लेकिन दूर-दराज के इलाकों से आर्डर आने में कमी हुई है. आजकल ग्राहक सुराही (pitcher) खरीदने की बजाय Water Camper मंगवाने को ज्यादा वरीयता देते हैं फिर चाहे उसमें स्वास्थ्य पर गलत प्रभाव ही क्यों न पड़ता हो. ऐसे में वह सुराही तैयार करके जो पैसा ले रहे हैं उससे केवल उनका रोजी रोटी का काम चलता है
ठंडे पानी के चर्चे आज भी नहीं हुए है कम
छावनी मोहल्ला क्षेत्र में ही मटका बनाने वाले नरेश बेडवाल ने बताया कि मौसम के हमारे हक में न होने के चलते उन्होंने निकट के इलाको से ही आर्डर लिए हैं. उन्होंने बताया कि वह जो मटका तैयार कर रहे हैं उसकी कीमत एक सौ रुपये है और इन मटको में पानी गर्मी में बिल्कुल ठंडा रहता है. कृष्ण मिट्टी कला Industry के संचालक विनोद कुमार और कारीगर महाबीर का कहना है कि उनके पास 40 रुपये से 70 रुपये कीमत तक की सुराही उपलब्ध है. 40 रुपये वाली सुराही में जहां 4 लीटर तक पानी आता है वहीं 70 रुपये वाली सुराही में 10 लीटर तक पानी आ सकता है. उनका कहना है कि भले ही सुराही की मांग में कमी आ गई हो परंतु उनकी सुराही के शीतल पानी के चर्चे अब भी वैसे ही है.