Wrestlers Protest: पहलवानों के समर्थन में आज दिल्ली का रुख करेगी हरियाणा की खापे, टिकरी बॉर्डर पर बड़ी पुलिस फाॅर्स
बहादुरगढ़ :- पिछले कुछ दिनों से जंतर- मंतर पर पहलवान धरने पर बैठे हैं. पहलवानों के समर्थन में आज खापे दिल्ली का रुख करेंगी. धरना प्रदर्शन में शामिल खिलाड़ियों का साथ देने के लिए आज Delhi में सर्वखाप महापंचायत बुलाई गई है. वहीं धरना प्रदर्शन के दौरान कोई हिंसक घटना घटित ना हो इसके लिए पहले से ही सरकार ने तैयारियां कर ली है. Saturday तक यहां पर दिल्ली पुलिस की केवल एक टुकड़ी तैनात थी, परंतु आज से सुरक्षाबलों और पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है, ताकि कोई हिंसक घटना घटित ना हो.
5 घंटे के लिए कराया टोल फ्री
गठवाला खाप के महासचिव अशोक मलिक मदीना जानकारी देते हुए बताया कि 7 मई को जंतर- मंतर पर महापंचायत बुलाई गई है. इस महापंचायत में खिलाड़ियों के लिए प्रभावी निर्णय लिया जाएगा, क्योंकि खिलाड़ियों के साथ जैसा Behavior किया जा रहा है वह बिल्कुल भी सही नहीं है. Friday को पहलवान दीपक पुनिया के गांव छारा के लोग भी खिलाड़ियों के धरना प्रदर्शन में समर्थन करने के लिए सड़कों पर उतरे. इस गांव के लोगों ने विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रघुवीर कादयान की अगुवाई में NH-334वी पर 5 घंटे तक टोल फ्री करवाया और धरना दिया.
किसान यूनियन भी ख़डी है पहलवानों के साथ
चिंटू प्रधान का कहना है कि खिलाड़ी हमारे देश की आन- बान- शान है. खिलाड़ियों की मेहनत और लगन के कारण ही देश के खिलाड़ियों का नाम आज विदेशो तक है. खिलाड़ियों के साथ ऐसा व्यवहार बिल्कुल नहीं किया जाना चाहिए, उन्हें न्याय मिलना ही चाहिए. यदि सरकार खिलाड़ियों के लिए कोई प्रभावी कार्य नहीं कर सकती है तो सर्वखाप पंचायत द्वारा इसका फैसला लिया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष प्रवीण दलाल ने कहा कि यूनियन तन- मन- धन से धरना प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों के साथ है.
महिलाओ की रक्षा करना सरकारी अधिकारियों का कर्तव्य
BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि महिला पहलवानों के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले अधिकारी की संसद सदस्यता तुरंत प्रभाव से खत्म की जानी चाहिए. यदि सरकार में बैठे लोग ही देश की बेटियों पर अत्याचार करेंगे तो महिलाओ की रक्षा कैसे होगी. इसलिए जल्द से जल्द उनकी गिरफ्तारी की जानी चाहिए और भारतीय कुश्ती संघ के पद से उनको व पूरी कार्यकारिणी को आजीवन हटाया जाए. उन्होंने कहा कि सभी किसान यूनियनो, अखाड़ों के Coach, पहलवान सामाजिक संस्थाओं से दिल्ली कूच का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि यदि सरकार के लोग ही बहन बेटियों पर अत्याचार करेंगे तो महिलाओं की सुरक्षा कौन करेगा.