12वीं में छात्रा को आया कंपार्टमेंट तो लगाई फांसी, पिता बोले- स्कूल में नहीं थे अध्यापक तो कैसे हो पास
एजुकेशन डेस्क :- जैसा कि आप सभी जानते हैं कल CBSE ने अपने परीक्षा परिणाम घोषित किए हैं. इसी बीच हरियाणा के सोनीपत जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. लंबे वक्त से परीक्षार्थी अपने परिणामों का इंतजार कर रहे थे इसी के चलते उम्मीद के अनुसार रिजल्ट नहीं आया तो एक छात्रा ने अपनी जिंदगी ही समाप्त कर ली. आपको बता दें कि सोनीपत जिले के राई क्षेत्र में घटना घटित हुई है.
कंपार्टमेंट आने से परेशान छात्रा ने की खुदकुशी
जिसमें 12वीं कक्षा में एक विषय में Compartment आने से परेशान छात्रा ने अपने घर में फांसी लगा ली. परिजनों ने बेटी को फंदे पर लटका देखा तो इसकी जानकारी पुलिस को दी. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम (Post Mortem) के लिए भिजवा दिया है. छात्रा के पिता कहना है कि स्कूल में शिक्षकों की कमी थी जिसके चलते अच्छी पढ़ाई नहीं हो सकी. Number कम आने की वजह से बेटी ने यह कदम उठाया. गांव रसोई निवासी मोहम्मद मोमीन ने बताया कि उनकी बेटी सानिया (18) बीसवां मील स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 12वीं कक्षा में Commerce संकाय से पढ़ रही थी.
शनिवार को होगा शव का पोस्टमॉर्टम
शुक्रवार को उनकी बेटी का परीक्षा परिणाम आया जिसमें उसे कंपार्टमेंट आई है. उसे करीब 45 फीसदी अंक मिले. जिससे उनकी बेटी ने मानसिक तनाव के चलते ऐसा किया. घर में जब यह सब हुआ सब घर वाले बाहर गए हुए थे. बेटी ने अपनी मां को कम अंक आने के बारे में बताया भी था. ज़ब उन्होंने अपनी बेटी को फांसी पर लटका देखा तो कमरे का दरवाजा तोड़कर उसे उतारा गया, लेकिन तब तक बेटी की मौत हो चुकी थी. सूचना के बाद पहुंची कुंडली थाना पुलिस ने शव को कब्जे में ले लियाऔर पुलिस ने Finger Print एक्सपर्ट की टीम को मौके पर बुलाकर सुबूत एकत्रित किये. शनिवार को शव का पोस्टमार्टम होगा.
स्कूल में थी शिक्षकों की कमी
छात्रा कॉमर्स संकाय से पढ़ाई कर रही थी, जिसमें उसे अंग्रेजी में 52 अंक, बिजनेस स्टडीज में 51, अकाउंटेंसी में 32, अर्थशास्त्र में 45, कंप्यूटर में 48 अंक मिले हैं. सानिया तीन भाई बहनों में दूसरे नंबर पर थी. उसके बड़े भाई ने भी बीसवां मील के स्कूल से ही पढ़ाई की थी. अब CBSE से मान्यता प्राप्त होने के बाद उसमें शिक्षकों की कमी बनी हुई थी. उन्होंने बताया कि माडल संस्कृति स्कूलों में जरूरतमंद परिवारों के बच्चे पढ़ते हैं, सानिया के पिता ने सरकार से मांग की है कि स्कूलों में Teachers की कमी नहीं होनी चाहिए.