Mahendragarh News: नारनौल में धूल भरी आंधी और बारिश ने मचाई खलबली, किसानों और बिजली विभाग को मोटा नुकसान
नारनौल :- मौसम के मिजाज कब बदल जाएं कोई नहीं जानता बस अंदाजा ही लगा सकते हैं. रविवार शाम को नारनौल में अचानक से आई आंधी ने थोड़ी देर में ही आफत खड़ी कर दी. चारो तरफ धूल ही धूल नजर आई. यह आंधी लगभग आधे घंटे तक चलती रही इसके बाद बारिश शुरू हो गई. तेज बारिश और हवाओं ने सारा वातावरण बदल दिया.
हवा की तेज़ रफ़्तार से होर्डिंग और बैनर तक उड़ गए
हवाओं का वेग इतना तेज था कि जिससे लोगो की छतों पर हल्का फुल्का सामान भी उड़कर कही दूर जाकर गिरा. किसी के होर्डिंग और बैनर तक उड़ गए. कहीं कही लोगों के टेंट तक उखड़ गए. धूल भरी आंधी के बाद बारिश शुरू हुई तब जाकर लोगों को थोडी राहत मिली. लेकिन हवाएं नहीं रुकी, वो लगातार तेजी से चलती रहीं. जानकारी से पता चला इन हवाओं का वेग 21 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के लगभग था.
आंधी के चलते कई जगह बिजली हुई गुल
इस आंधी और बारिश के चलते लोगों को मुश्किल का सामना करना पड़ा. आंधी की सूचना के बाद कई जगह फीडरो पर बिजली की Supply बंद कर दी गई ताकि कोई बड़ी दुर्घटना घटित न हो. फिर भी तेज आंधी से कई जगह पेड़ और बिजली के खंबे भी गिर गए जिससे शहर में कई घंटों तक बिजली चली गई.
क्या था बिजली के कई घंटे ना आने का कारण
बिलजी के तार टूटने का मुख्य कारण यह था कि शनिवार शाम को महेंद्रगढ़ रोड पर स्थित 133 केवी सब स्टेशन से निजामपुर रोड Industrial Area में स्थित 33 केवी सब स्टेशन की तरफ आ रही मुख्य लाइन पर सुभाष पार्क के नजदीक पेड़ का कुछ गिरने से बिजली की तार टूट गई जिसकी वजह से बिजली गुल हो गई.
लोगों को हुई परेशानी, 7 घंटे तक नहीं आई बिजली
इस सबके चलते आधे शहर को परेशानी का सामना करना पड़ा और इससे भी ज्यादा परेशानी किला रोड़, मंडी रोड, सिंघाना रोड व निजामपुर रोड पर स्थित जो कॉलोनी हैं वहा पर हुई. पता चला कि 7 घंटे तक वहां बिजली खराब रही जो देर रात साढ़े दस बजे तक लगभग ठीक हो पाई.
बिजली विभाग में भर भर के की गई शिकायतें दर्ज
बिजली निगम में इस दौरान कहीं तारों के जलने की तो कहीं तारों के टूटने की शिकायतें दर्ज कराने का सिलसिला चलता रहा. शनिवार को दिन में 50 और रविवार को सुबह से दोपहर तक लगभग 34 शिकायतें दर्ज होने की खबर सामने आई. इसके अलावा लोगों ने Online भी शिकायतें दर्ज कराई. इस तरह आम जनता को काफी परेशानी उठानी पड़ी.