Old Indian Parliament: 1927 में 83 लाख की लागत से बनाया गया था पुराना संसद भवन, क्या अब गिरा दिया जाएगा?
नई दिल्ली :- भारत का संसद भवन मौजूदा समय में देश के सबसे भव्य भवनों में से एक है. इस संसद भवन का निर्माण प्रसिद्ध वास्तुकार सर एडविन लुटियंस और सर हरबर्ट बेकर की देखरेख में किया गया था. इसकी नींव 12 फरवरी 1921 को ‘द ड्यूट ऑफ कनॉट’ द्वारा रखी गई थी. इस भवन का उद्घाटन 18 जनवरी 1927 को भारत के उस वक़्त के वायसराय लार्ड इर्विन ने 18 जनवरी 1927 किया था. संसद भवन को तैयार करने में 6 साल का वक्त लगा था जिसमें कुल 83 लाख रूपये की लागत आई थी.
प्रधानमंत्री करेंगे नए संसद भवन का उद्घाटन
सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेम्बली की पहली बैठक 19 जनवरी 1927 को हुई. वर्तमान भवन के बारे में बात करें तो यह वृताकार है जिसका Diameter 560 फीट, परिधि एक तिहाई मील और Area करीबन छह एकड़ है जिसमें 144 स्तम्भ लगे हुए हैं एवं 12 दरवाज़े है. आपको बता दें कि जल्द ही नए संसद भवन का Inauguration होने जा रहा है. इस भवन का उद्घाटन PM नरेंद्र मोदी 28 मई 2023 को करेंगे. यह दिन भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होने जा रहा है.
Hightech होगा नया संसद भवन
लोकसभा तथा राज्यसभा द्वारा पांच अगस्त, 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया गया था. इसके बाद 10 December 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का शिलान्यास किया था. नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी और राज्यसभा में 384 सदस्य बैठ पाएंगे. संयुक्त सत्र के दौरान 1272 Members के बैठने की जगह होगी. नया संसद भवन काफी हाईटेक है क्योंकि हर सदस्य की सीट Digital प्रणाली और Touch Screen है. नए संसद भवन में लोकसभा को राष्ट्रीय पक्षी मोर का आकार, वहीं राज्यसभा को राष्ट्रीय पुष्प कमल के आकार और भूकंप रोधी Design में बनाया गया है.
पुराने भवन की भी होगी मरम्मत
नए संसद भवन के उद्घाटन के साथ ही सभी लोगों के मन में यह सवाल भी उठ रहा होगा कि अब पुराने संसद भवन का क्या होगा. ऐसे में आपको बता दें कि लोकसभा सचिवालय ने संसद भवन पर पुस्तिका तैयार की है उसके मुताबिक नए संसद भवन के निर्माण के बाद भी पुराने भवन का इस्तेमाल होगा. पुराने भवन में संसद से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. तथा दोनों भवन एक दूसरे के पूरक होंगे. साल 2021 मार्च में, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जानकारी दी थी कि नया संसद भवन बनने के बाद पुराने भवन को भी Renovate किया जाएगा.