Haryana School: टैब लेकर हजारो छात्रों ने छोड़े सरकारी स्कूल, शिक्षक ढूंढ- ढूंढकर परेशान
कैथल :- कोरोना महामारी के दौरान बच्चे काफी समय तक विद्यालय नहीं जा पाए थे, जिस वजह से उनकी शिक्षा पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा. इसलिए बच्चों की शिक्षा को सुचारू रूप से चालू रखने के लिए हरियाणा सरकार ने बच्चों को Tab वितरित करने की योजना बनाई. इस योजना के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक और उच्च विद्यालयों में 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले हजारों बच्चों को निशुल्क Tab वितरित किए गए थे.
शिक्षा विभाग ने टैब रिकवरी के दिए आदेश
बता दे कि बच्चों को Tab वितरित करने के बाद से ही समय के साथ- साथ स्कूलों में बच्चों की संख्या भी घटती जा रही है. Kaithal जिले में करीब 600 से अधिक विद्यार्थियों ने Tab लेने के बाद विद्यालयों में आना ही छोड़ दिया. इस तरह राज्यों में विद्यालय छोड़ने वाले बच्चों की संख्या हजारों में पहुंच गई, इसलिए शिक्षा विभाग ने विद्यालय छोड़ने वाले बच्चों से Tab रिकवरी के आदेश दिए हैं. यह जिम्मेदारी विद्यालयों के शिक्षकों को सौंपी गई है.
27,675 बच्चों को वितरित किए गए Tab
जानकारी के लिए बता दे कि सरकार ने शिक्षा को सुचारू रखने के लिए Online क्लासेज देने के लिए Tab वितरण की योजना बनाई थी. जिसके तहत July 2022 में शिक्षा विभाग के द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक और उच्च विद्यालय में पढ़ने वाले करीब 27,672 बच्चों में Tab बाटें गए. इनमें से लगभग 249 टैब अभी भी विभाग के पास Stock में है. कैंथल जिले में 155 से भी ज्यादा राजकीय उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हैं. इन विद्यालयों में पढ़ने वाले करीब सैकड़ों बच्चों ने विद्यालय छोड़ दिया है. ये बच्चे विद्यालय बदलने का प्रमाण पत्र (SLC) भी नहीं लेने आए.
सैकड़ों बच्चे छोड़ चुके विद्यालय
विभागीय निर्देशानुसार शिक्षक विद्यार्थियों के घर- घर जाकर Tab लेने में लगे हुए है. जब भी शिक्षक लेने जाते हैं तो उन्हें यही जवाब मिलता है कि बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया है और वे जल्द ही स्कूलों में Tab पहुंचा देंगे. राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैथल के प्रिंसिपल रविंद्र कुमार ने बताया कि उनके स्कूल के इस सत्र के 4- 5 विद्यार्थियों ने पढ़ाई अधूरी में छोड़ दी है और बच्चों ने Tab भी वापस जमा नहीं करवाए है. अभिभावक Tab बाद में जमा करवाने की बात कहकर बात टाल देते हैं. अब शिक्षकों के लिए टैब वापिस लेना मुश्किल भरा कार्य बना हुआ है.