अंबाला :- सूरजमुखी की सरकारी खरीद को लेकर सरकार और किसानों के बीच तकरार का दौर जारी है. इसी बीच हैफेड के जिला अधिकारियों को जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं. इन निर्देशों के अनुसार वह अधिकतम 4800 रूपये प्रति क्विंटल की दर से ही प्रदेश के किसानों से सूरजमुखी की खरीद शुरू कर दे. वहीं प्रदेश के किसानों को भावांतर योजना के जरिये सरकार से 1000 रूपये प्रति क्विंटल के रूप में अलग से मिलेगे. दूसरी तरफ प्रदेश के किसान सरकार की तरफ से घोषित MSP पर ही सूरजमुखी बेचने के लिए अड़े हुए हैं.
जारी है सरकार और किसानों के बीच तकरार का दौर
इसी बीच अंबाला शहर मंडी में Punjab के किसान करीब 4000 रूपये के आसपास प्रति क्विंटल की दर से अपनी सूरजमुखी की उपज बेचकर काफी खुश दिखाई दिए. आज सुबह यहां पर हल्की बूंदाबांदी भी दर्ज की गई. जिस वजह से बिक्री में थोड़ा व्यवधान हुआ, परंतु दिन के समय अच्छी धूप निकल गई. इस वजह से बाद में यहां फिर से बिक्री शुरू हो गई. पंजाब के किसानों ने जानकारी देते हुए बताया कि अबकी बार उनके खेतों में बंपर फसल हुई है और प्रति एकड़ 12 क्विंटल से ज्यादा औसत झाड़ निकला है.
फसल बेचने में किसानों ने नहीं दिखाई दिलचस्पी
वहीं पिछले साल से तुलना की जाए, तो सरकार ने औसतन 8 क्विंटल झाड़ मानकर किसानों से खरीद की थी. क्षेत्र की सबसे बड़ी अंबाला शहर की मंडी में आज हैफेड के कर्मचारी और अधिकारी Haryana के किसानों की सूरजमुखी खरीदने के लिए बिल्कुल तैयार थे, परंतु MSP पर फसल बेचने पर अड़े किसानों ने अपनी उपज कम रेट में बेचने में कोई भी दिलचस्पी नहीं दिखाई.
गेट पास बनाने में आ रही है काफी परेशानियां
वही आढ़तियों से बातचीत की गई. उन्होंने बताया कि शहर मंडी में 60% से ज्यादा फसल पंजाब क्षेत्र के किसानों की आती है और वह प्राइवेट ही बेच कर जाते हैं. बता दें कि प्रदेश सरकार की सूरजमुखी खरीद को लेकर तैयारियां अभी भी चल रही है, अर्थात् पूरी नहीं हुई है. अभी तक ई- पोर्टल भी काम नहीं कर रहा है. इसी वजह से गेटपास बनाने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
कल शाम तक चल सकता है पोर्टल
अधिकारियों की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि कल देर शाम तक पोर्टल चल सकता है. वही यदि सरकार और किसानों के बीच देर सवेर सहमति बन जाती है, तो प्रदेश सरकार केवल पोर्टल पर पंजीकृत और वेरीफाई किसानों की सूरजमुखी खरीदेगी. आढ़तियों के अनुसार यह कढ़ाई धान खरीदने से भी ज्यादा सख्त होने वाली है.