HBSE News: हरियाणा बोर्ड ने लिया एतिहासिक फैसला, अब फेल बच्चे भी दे सकेंगे परीक्षा
भिवानी :- हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE Board) भिवानी से आज लाखों की संख्या में बच्चे पढ़ रहे हैं. शिक्षा बोर्ड हमेशा से ही विद्यार्थियों के सुनहरे भविष्य को लेकर कार्य कर रहा है. वहीं बच्चों की भलाई के लिए समय-समय पर नए- नए नियम लागू करता रहता है. हाल ही में HBSE ने अन्य बोर्डो में Fail हुए बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. HBSE द्वारा लिया गया यह फैसला सैकड़ों हजारों बच्चों के भविष्य को सुधार देगा.
शिक्षा बोर्ड ने अपनाया नया फार्मूला
शिक्षा बोर्ड प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अन्य बोर्डो से Fail हुए विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए क्रेडिट ट्रांसफर Policy के तहत परीक्षा देने हेतु सुनहरा अवसर दिया है. जो भी विद्यार्थी अन्य बोर्ड से सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी कर रहा है, तथा पिछले 5 वर्षों से लगातार 4 विषयों में अनुत्तीर्ण हो रहा है, तो उन विद्यार्थियों के लिए क्रेडिट ट्रांसफर पॉलिसी काफी लाभदायक सिद्ध होगी. जो भी बच्चे Exam देना चाहते हैं वें शिक्षा बोर्ड की सितंबर 2023 में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में CTP के तहत बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट पर दिए गए लिंक से Online आवेदन कर सकते हैं.
कक्षाओं के हिसाब से देना होगा शुल्क
शिक्षा बोर्ड प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि CTP के तहत सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी एग्जाम के लिए विद्यार्थियों को कुछ अनिवार्य शुल्क भी देना होगा. सीनियर सेकेंडरी CTP परीक्षा के लिए 1500 रुपए और सेकेंडरी CTP परीक्षा के लिए 1100 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है. इसके लिए विद्यार्थी 10 से 18 June तक आवेदन कर सकते हैं वहीं अगर 19 से 30 जून तक आवेदन करते हैं तो विलम्ब शुल्क 100 रूपये, 1 July से 15 July तक आवेदन करने पर 300 रूपये विलम्ब शुल्क और 16 से 31 जुलाई तक आवेदन करने पर 1000 रुपये विलम्ब शुल्क देना होगा.
आवेदन पत्र भेजना होगा बोर्ड के पास
बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि Online आवेदन करते समय संबंधित कक्षा के फेल कार्ड को दोनों तरफ से स्कैन करके Upload करना होगा. इसके बाद आवेदन फार्म व मूल प्रमाण पत्र बोर्ड कार्यालय में 1 सप्ताह के अंदर- अंदर सहायक सचिव हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के Address पर भेजना होगा. वरना विद्यार्थियों का प्रवेश पत्र जारी नहीं किया जाएगा और बिना प्रवेश पत्र बच्चों को एग्जाम में भी नहीं बैठने दिया जाएगा.