Best Country For Study: विदेश में पढाई करवाने के मामले में बेस्ट है ये देश, पैसे कमाने की भी मिल जाती है परमिशन
Study Abroad :- यदि आप भी विदेश में जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं, तो सबसे मुश्किल काम होता है पढ़ाई के लिए सही देश का चुनाव करना. बता दे कि बेहतरीन एजुकेशन सिस्टम व करियर के लिहाज से कई देशो में बेहतरीन यूनिवर्सिटीज है. जब भी Students को कंट्री का Selection करना हो तो उन्हें सबसे पहले Education क्वालिटी, वहां आने वाला खर्चा, भाषा, सांस्कृतिक अंतर, वीजा और पोस्टग्रेजुएट प्रोस्पेक्टस जैसे फैक्टर्स पर सोच विचार करना चाहिए. आज की इस खबर में हम आपको विदेश में पढ़ाई के लिए 3 Top देशों के बारे में जानकारी देंगे.
विदेश में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट की फेवरेट कंट्री
ऑस्ट्रेलिया
जहां ऑस्ट्रेलिया एक तरफ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, वहीं दूसरी तरफ यहां का हाई क्वालिटी एजुकेशन भी काफी बढ़िया है. ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी स्टूडेंट को सपोर्ट करने के लिए स्कॉलरशिप भी देती है. कैनबरा, मेलबर्न, सिडनी, एडिलेड और पर्थ देश के Top शहरों में शामिल है जहां पर सबसे ज्यादा इंटरनेशनल स्टूडेंट्स पढ़ाई करते हैं. यहां विद्यार्थियों को पढ़ाई करने के दौरान प्रति सप्ताह 20 घंटे काम और कोर्स ब्रेक के दौरान फुल टाइम काम करने की अनुमति भी दी जाती है. जैसे ही आपकी ग्रेजुएशन पूरी हो जाती है, आप International Students पोस्ट स्टडी वर्क स्ट्रीम या ग्रेजुएट वर्क स्ट्रीम में अस्थाई वीजा के लिए भी आवेदन कर सकते हैं.
कनाडा
विदेशों में पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों की लिए कनाडा उनकी पहली पसंद है. हर विद्यार्थी का सपना होता है कि वह यहां आकर अपनी पढ़ाई कंप्लीट करें. कनाडा की यूनिवर्सिटी में शानदार रिसर्च फैसिलिटी भी मौजूद है. एक रिसर्च के अनुसार 5 में से 4 Students ने कहा है कि वह कनाडा में पढ़ाई करने में सबसे ज्यादा इंटरेस्ट रखते हैं.कनाडा में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को ऑन और ऑफ केंपस पार्ट टाइम काम के लिए वर्क परमिट आदि की भी आवश्यकता नहीं होती.
ब्रिटेन
यूनाइटेड किंगडम या फिर ब्रिटेन अपने एकेडमिक हेरिटेज के लिए दुनिया भर में काफी फेमस है. यहां दुनिया की कुछ पुरानी और फेमस यूनिवर्सिटीज मौजूद है. विदेशों में पढ़ाई की इच्छा रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए लंदन, ग्लास्गो और एडिनबर्ग का नाम टॉप पर रहता है. UK भी इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को पढ़ाई के दौरान सप्ताह में 20 घंटे काम करने की इजाजत प्रदान करता है. कोर्स ब्रेक के दौरान या एकेडमिक प्लेसमेंट के हिस्से के रूप में फुल टाइम काम भी किया जा सकता है.