Karnal News: हरियाणा के ताऊ उत्तराखंड में छाए, एथलेटिक्स गेम्स में झटके 9 मैडल
करनाल :- इंसान में यदि कुछ करने का जुनून हो तो उसके लिए उम्र मायने नहीं रखती. अगर इंसान कुछ करने की ठान लेता है तो वह उसे करके ही रहता है, फिर चाहे वह कितना भी उम्रदराज व्यक्ति क्यों ना हो. इंसान की सफलता के पीछे सबसे बड़ा हाथ उसके बुलंद हौसलों का होता है. अगर इंसान को खुद पर विश्वास हो तो वह मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी मंजिल हासिल कर ही लेता है.
बुलंद हौसलों के सामने उम्र कुछ भी नहीं
हरियाणा के करनाल जिले के रहने वाले 5 बुजुर्गों ने साबित कर दिया कि बुलंद हौसलो के सामने कुछ भी मुश्किल नहीं है. भले ही यह सभी बुजुर्ग 70 की उम्र पार कर चुके हो, परंतु इनका जोश और जुनून आज भी युवाओं से कम नहीं है. हरियाणा के युवा तो प्रदेश का नाम रोशन कर ही रहे हैं, हरियाणा के बुजुर्ग भी देश का नाम रोशन करने में पीछे नहीं है. एक ही जिले के 5 बुजुर्गों ने उत्तराखंड में हरियाणा के नाम डंका बजाया है. बुजुर्गों के हौसले और जोश को देखकर युवाओं को भी Sports में आगे आना चाहिए, और देश का नाम रोशन चाहिए.
पांच खिलाड़ी लाए मेडल जीतकर
करनाल के पांचों बुजुर्गों ने उत्तराखंड में जाकर हरियाणा का परचम लहराया है. इन सभी बुजुर्गों ने मिलकर हरियाणा का नाम रोशन किया है. इन सभी बुजुर्ग खिलाड़ियों में कोई शॉटपुट, कोई डिस्कस थ्रो में तो कोई दौड़ में प्रथम स्थान पर रहा. ये पांचो खिलाड़ी उत्तराखंड से कुल 9 Medal जीतकर लाए है. भारी जीत हासिल करने के बाद जब ये पांचो खिलाड़ी करनाल के करण स्टेडियम में पहुंचे तो इन सभी का जोरदार तरीके से स्वागत किया गया. इन सभी बुजुर्गों में इतना जोश और जुनून है कि उनका कहना है कि वे आगे भी इस खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे और प्रदेश के लिए मेडल जीतकर लाएंगे.
युवाओं को लेनी चाहिए प्रेरणा
इन पांचों खिलाड़ियों ने साबित कर दिया कि हौसला और जुनून के आगे उम्र मायने नहीं रखती. कहते है ‘एज इज जस्ट ए नंबर’ यह बात इन बुजुर्गों पर बिल्कुल सही लागू होती है. हमारे देश के ऐसे बुजुर्गों को सलाम है जो उम्र का बहाना न बनाते हुए अपने बुढ़ापे को मात दी और प्रदेश का नाम रोशन किया. हरियाणा के युवाओं को इन बुजुर्गो से प्रेरणा लेनी चाहिए, और किसी भी काम में आनाकानी करते हुए पूरी लगन और निष्ठा के साथ के साथ आगे बढ़ना चाहिए.