History Facts: ये था 135 किलो वजनी दुश्मनों का खून पीने वाला दुनिया का सबसे क्रूर तानाशाह, अय्याशी के लिए बनवा रखा था निजी हरम
नई दिल्ली, History Facts :- आपने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग के बारे में तो सुना ही होगा. सब जानते है कि वो कितना सनकी है. अपनी सनक के चलते उत्तर कोरिया में उन्होंने अलग-अलग तरह के नियम बनाए हैं. आज हम आपके लिए अफ्रीकी देश युगांडा के एक तानाशाह के बारे में जानकारी लाये है जिसने सनक की सभी सीमाएं लांग दी थी. अपनी सनक के चलते उन्होंने कैसे कैसे काम किये है आइए इस बारे में जानते हैं.
1971 में ईदी ने हथिया ली सत्ता
आज हम युगांडा के पूर्व राष्ट्रपति ईदी अमीन के बारे में आपको बता रहे है जो 6 फुट 4 इंच लम्बा था. ईदी अमीन का शरीर काफ़ी भारी भरकम था और Weight 135 किलोग्राम था. ईदी अमीन को दुनिया का सबसे क्रूर निर्दयी तानाशाह कहा जाता है. उसने युगांडा पर करीबन 8 साल तक हुकूमत की और हजारों लोगों को मौत के घाट उतारा. ईदी अमीन 1925 में जन्मा था मगर उसका जन्म किस महीने में किस तारीख को हुआ था इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. पहले ईदी अमीन एक हैवी वेट बॉक्सिंग Champion था, परन्तु साल 1971 में उसने मिल्टन ओबोटे को हटा दिया सत्ता हथिया ली.
ईदी को नहीं थे एशियाई लोग पसंद
ऐसा माना जाता है कि तानाशाह ईदी अमीन को एशियाई लोग बिल्कुल पसंद नहीं थे. उसकी तानाशाही नफरत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 4 अगस्त 1972 को ईदी अमीन ने एकदम से युगांडा में रहने वाले 60,000 एशियाई लोगों को युगांडा छोड़ने का Order दें दिया. उसने घोषणा की कि लोगों को 90 दिनों के अंदर युगांडा को खाली करना होगा. माना जाता है कि ज़ब उसने यह आदेश दिया था तो कहा था कि उसे एक सपना आया है जिसमें उससे अल्लाह ने कहा है कि वो सारे एशियाईयों को अपने देश से तुरंत बाहर कर दें. देश छोड़ने के साथ उसने लोगों को यह आदेश भी दिया कि देश छोड़ते वक्त वें लोग अपने साथ सिर्फ 55 पाउंड 250 किलो सामान ही ले जा सकते है.
काकवा जाति से था ईदी अमीन
ईदी अमीन इतना सनकी था कि उसने एक हरम बना रखा था जिसमें 30 औरतें रहती थी. इन महिलाओं में डॉक्टरों, होटल में काम करने वाली महिलाएं नर्स इत्यादि थी. इन सब के पुख्ता सबूत तो नहीं है पर कहा जाता है कि ईदी ने छह महिलाओं से शादी की जिनसे उसकी 35-40 औलादें थी. उसने तीन महिलाओं को तलाक भी दिया था. ईदी अमीन काकवा जनजाति से संबंधित था. इस जनजाति के बारे में कहा जाता था कि ये लोग अपने दुश्मनों का खून पीते थे.
दुश्मनों का पीता था खून
ईदी अमीन पर लिखी किताब ‘अ स्टेट ऑफ ब्लड: द इनसाइड स्टोरी ऑफ ईदी अमीन’ में हेनरी थेंबा ने बताया है कि एक बार अमीन एक हॉस्पिटल के मुर्दाघर में गया था, जिसमें उसके दुश्मनों के शव रखे हुए थे. मुर्दाघर में जाने के बाद उसने सभी लोगों के कमरे से बाहर निकलने के लिए कहा और खुद वहाँ रहा. उसने शवों के साथ क्या किया इसके बारे में किसी को कुछ नहीं पता लग पाया मगर ऐसा कहा जाता है कि अमीन ने उस वक़्त अपने दुश्मनों का खून पिया था.