Nuh News: नूँह जिले के छोटे से गांव के बेटे ने हरियाणा का नाम किया रोशन, जगुआर लैंडरोवर कंपनी में बने लीड इंजीनियर
नूँह :- इंसान की सफलता के लिए अमीरी- गरीबी या छोटा- बड़ा गांव महत्व नहीं रखता. बल्कि उसकी मेहनत, हौसले और लगन उसकी सफलता में अहम भूमिका निभाती है. यदि व्यक्ति किसी चीज को पाने के लिए जी तोड़ मेहनत करता है, तो वह कुछ असफलताओं के बाद सफलता प्राप्त कर ही लेता है. नूँह जिले के एक छोटे से गांव शिकरावा के रहने वाले साजिद हुसैन ने दुनिया की सबसे बड़ी और Luxury कार बनाने वाली कंपनी जगुआर लैंडरोवर जोकि लंदन UK में स्थित है, में लीड इंजीनियर के पद पर Join किया है.
8 साल तक महिंद्रा एंड महिंद्रा चेन्नई में किया कार्य
नूँह मे रहने वाले साजिद हुसैन हरियाणा और दिल्ली NCR का पहला ऐसा व्यक्ति हैं जिन्होंने लंदन UK की जगुआर लैंडरोवर कंपनी में Join किया है. अब तक केवल तमिलनाडु और केरल के ही लोग इस कंपनी में कार्य कर रहे थे. इससे पहले साजिद हुसैन ने 2 साल तक भारत की नंबर वन कंपनी TCS और इससे भी पहले करीब 8 वर्षों तक महिंद्रा एंड महिंद्रा चेन्नई की सबसे बड़ी SUV कार XUV700 और XUV300 में कार्य किया. अब उसे जगुआर लैंडरोवर में कार्य करने का मौका मिला है. यह उसके परिवार और प्रदेश के लिए बड़े गौरव की बात है.
50 से ज्यादा गाड़ी के पार्ट बनाने का गौरव किया हासिल
महिंद्रा एंड महिंद्रा चेन्नई में साजिद हुसैन ने 50 से भी अधिक Part जैसे शिल्स वाटरशील्ड, प्लास्टिक एंड रबड़ पार्ट और एक्सटीरियर ग्लास को अपने हाथ से बनाने का गौरव हासिल किया है. साजिद हुसैन ने बताया कि उसने आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई अपने गांव शिकरावा के बीबी फातिमा स्कूल से की, जबकि आगे की पढ़ाई सोनीपत से Complete की. इसके बाद उसने फरीदाबाद के गांव धौज से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. पढ़ाई पूरी होते ही Job का सिलसिला जारी हो गया. साजिद हुसैन को वर्ष 2013 से 2021 तक महिंद्रा में रहते हुए 16 से अधिक अवोर्डो से नवाजा जा चुका है.
पिता और भाई करते थे मोटिवेट
साजिद हुसैन ने बताया कि उसके पिताजी आंस खाँ बिजली विभाग में कार्यरत थे जोकि फिलहाल रिटायर हो चुके हैं. जबकि उनकी माता एक ग्रहणी है. इसके अलावा उनके दो भाई है. बड़ा भाई नासिर हुसैन दिल्ली में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है जबकि छोटा भाई इकबाल अहमद हरियाणा पुलिस की तैयारी कर रहा है. उन्होंने बताया कि मुझे अपने लक्ष्य तक पहुंचाने में मेरे पिता और बड़े भाई का विशेष योगदान रहा है. उसने कहा कि मेवात में हर लड़के- लड़की में टैलेंट कूट- कूट कर भरा हुआ है सिर्फ उसे पहचानने की जरूरत है, और अपने लक्ष्य को पाने के लिए थोड़ा सा जिद्दी बनने की आवश्यकता है.