Delhi DTC News: रोजाना 7 करोड़ के घाटे मे चल रही है DTC बसें, पिछले 14 साल से नहीं बढा किराया- विभाग जल्द तोड़ सकता है दम
नई दिल्ली, Delhi DTC News :- दिल्ली परिवहन निगम (DTC) लगातार घाटे में जा रहा है. DTC को उभरने के लिए कोई भी रास्ता नहीं दिख रहा. पिछले वित्तीय वर्ष की बात करें तो DTC को 2700 करोड़ का नुकसान हुआ है. डीटीसी के कुल घाटे के बारे में बताएं तो यह 10 हजार करोड़ से ऊपर पहुंच चुका है. ऐसे में DTC से लगातार कोशिश कर रहा है कि किसी भी प्रकार इस घाटे से निकला जा सके. इसी के चलते डीटीसी की तरफ से अपनी जमीन पर कहीं मॉल ताे कहीं बहुमंजिला पार्किंग बनाने की Planning की जा रही है ताे कहीं मोबाइल टावर लगाने के लिए भी स्वीकृति देने के बारे में विचार चल रहा है.
2009 के बाद नहीं बढ़ा है बसों का किराया
हालांकि अभी इनमें से कोई भी योजना जमीनी तौर पर संभव नहीं हुई है. दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परिवहन सेवा प्रदान करने वाली वही सरकारी संस्थान मुनाफे में रह सकती है, जो जनता की परेशानी न देखकर अपनी मर्जी से किराया निर्धारित करती है. दिल्ली की बात करें ताे यहां 2009 से बस के किराए में कोई वृद्धि नहीं की गई है. डीटीसी ने इसके लिए कई बार सरकार से अनुरोध भी किया है मगर सरकार ने किराया बढ़ाने से मना कर दिया है.
पहले से 3 गुना बढ़ी प्रति किलोमीटर लागत
जानकारों की मानें तो दिल्ली में चल रही बस सेवा प्रति किलोमीटर नुकसान झेल रही है. प्रति किलोमीटर का घाटा भी निरंतर बढ़ता जा रहा है. इस समय डीटीसी को DTC को Daily सात करोड़ 39 लाख से ज्यादा घाटा हो चुका है. 2003-04 में डीटीसी को प्रति किमी पर 15.77 रुपये की आमदनी होती थी. वहीं, Cost 39.46 रुपये थी. उस समय हर किमी पर 23.69 रुपये का नुकसान हो रहा था. मौजूदा समय में प्रति किलोमीटर लागत पहले से तीन गुना बढ़कर 120 रुपये से भी ज्यादा हो चुकी है , जबकि राजस्व 37.46 रुपये तक ही आ पाया है.
DTC ने दिया घाटा बढ़ने के पीछे यह तर्क
घाटा बढ़ने के पीछे डीटीसी ने तर्क दिया है कि CNG कीमतों में वृद्धि होने से और किराया उतना ही रहने के कारण यह घाटा हो रहा है. आय में बढ़ोतरी के लिए अभी सिर्फ बसों पर दिखाएं जा रहे Advertisement ही एक मात्र साधन है. इसके अतिरिक्त हरिनगर में डीटीसी की जमीन पर Shopping Mall बनाए जाने की भी बात की जा रही है. यदि यह बनते हैं तो डीटीसी को राहत मिल सकेगी लेकिन अभी ऐसा कुछ संभव होता नहीं दिख रहा.