चंडीगढ़, Flood In Haryana :- कुछ दिनों पहले तक चारों तरफ पानी की समस्या बनी हुई थी. वही हाल ही के दिनों में हुई बारिश और बाढ़ ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. बारिश और बाढ़ के कारण लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. अबकी बार मौसम नेेे जो प्रचंड रूप दिखाया है उसे देखकर लोगों के होश उड़ गए है. हरियाणा में अब तक हुई बारिश के कारण 20 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 3 लोग लापता हैं. भारी बारिश और बाढ़ के कारण 127 मकान गिर गए है. भारी बारिश के कारण कई जिलों और राज्यों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है.
982 गांव में पैदा हुई जलभराव की स्थिति
हरियाणा में अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, पंचकूला, झज्जर और करनाल सहित कुल 11 जिलों के 982 गांव में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. अगर अंबाला की बात करें तो अंबाला में कृषि एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के आवास में भी पिछले 3 दिनों से बाढ़ का पानी भरा हुआ था. Friday को जब सुबह लोग उनके आवास पर पानी निकासी को लेकर मुलाकात करने पहुंचे तो अनिल विज ने जवाब देते हुए कहा कि 48 साल बाद अंबाला में इतना पानी आया है. साथ ही कर्मचारियों को पानी की निकासी के तुरंत आदेश दिए.
भारी बारिश के कारण अंबाला और कुरुक्षेत्र के स्कूलों में भरा पानी
भारी बारिश के कारण (Flood In Haryana) अंबाला के 430 स्कूलों में कुरुक्षेत्र के 203 सरकारी स्कूलों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई, जिस वजह से बच्चों का अवकाश करना पड़ा. बारिश ने जहां एक तरफ फसलों को नुकसान पहुंचाया वहीं दूसरी तरफ से पशुओं को भी रहने की जगह नहीं मिल रही. अंबाला में गौशाला में जलभराव होने के कारण पशुओं को छत पर बांधा गया. पानी में फंसे लोगों के लिए 12 राहत कैंप खोले जा चुके हैं घरों में फंसे लोगों के लिए 13 हजार फूड पैकेट्स पहुंचाए जा चुके हैं. भारी बारिश के कारण कुरुक्षेत्र में 3 कांवड़िए भी बह गए.
कैंथल का संगरूर से टूटा कनेक्शन
इस समय करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, अंबाला व पानीपत जिले सबसे अधिक बाढ़ से प्रभावित है. पानीपत में यमुना का जलस्तर कम होने से लोगों को थोड़ी बहुत राहत की सांस जरूर मिली है. यमुना का खतरे का निशान 231.50 मीटर है फिलहाल यमुना 230.80 मीटर पर बह रही है. पंजाब के खनोरी में पुल टूटने के कारण कैंथल का भी सगरूर से Contact टूट गया है.