Haryana Weather Today: हरियाणा के इन 15 जिलों में आज होगी झमाझम बारिश, 9 जिलों में बने बाढ़ के हालात
चंडीगढ़, Haryana Weather Today :- हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है. कुछ जिलों मे तो भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. बाढ़ के कारण अब तक राज्य में 33 मौतें भी हो चुकी है. भारी बारिश और बाढ़ ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है. वहीं कुछ जिलों में तो लोगों के पीने तक का पानी समाप्त हो गया है. जलभराव होने के कारण सामान्य जनजीवन और यातायात परिवहन काफी प्रभावित हुआ है. बहुत सारी सड़कों पर जलभराव होने के कारण यातायात सुविधा बंद कर दी गई है.
15 जिलों में येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने आज 15 जिलों में बारिश का येलो Alert जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार आज हरियाणा के पंचकुला, अंबाला, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद, पलवल, पानीपत, सोनीपत, Rohtak, नूह, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर मे बारिश होने की संभावना है. बारिश के चलते नॉर्दन Railway ने 16 ट्रेने अस्थाई रूप से रद्द कर दी, जबकि 2 ट्रेनों को शार्ट टर्मिनेट किया गया है. बाढ़ की वजह से अंबाला में पीने के पानी का संकट पैदा हो गया है अंबाला में सिर्फ 2 दिन का पानी ही शेष बचा हुआ है.
70 से अधिक पुराने रेलवे ट्रैक टूटे
अंबाला मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक डॉ रितिका वशिष्ट ने बताया कि बारिश की वजह से अंबाला डिवीजन में 70 से अधिक स्थानों पर Railway Track टूट चुके हैं. इसमें अंबाला- चंडीगढ़- कालका, सहारनपुर- अंबाला, चंडीगढ़- साहनेवाल मे ज्यादा नुकसान हुआ है. वहीं अगर फरीदाबाद की बात करें तो फरीदाबाद में बाढ़ के बाद लोगों के शव मिलने शुरू हो गए. जैसे ही यमुना का पानी कम हुआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लतीपुर में 40 वर्ष के दर्शन सिंह और दूल्हेपुर इलाके में लगभग 25 वर्षीय अजीत सिंह का शव मिला.
16 गांवो की 5000 एकड़ फसल में फैला पानी
डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने चंडीगढ़ में राहत एवं आपदा विभाग और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ हुई मीटिंग में उन्होंने बाढ़ के कारण खराब हुई सड़कों के एस्टीमेट बनाने को कहा. साथ ही डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने इन सड़कों को जल्द ही ठीक करने को कहा. सिरसा के मीरपुर व सहारणी मे नदी का बांध तीन जगह से टूट गया जिस वजह से 16 गांव की 5000 एकड़ फसल में पानी फैल गया. जिस वजह से ग्रामीणों की करीब 8000 एकड़ से ज्यादा फसलें डूब चुकी है.