Jhajjar News: हरियाणा के झज्जर का लाल लद्दाख में शहीद, सात माह की बेटी ने दी आखरी विदाई
झज्जर :- हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले रविंद्र भारतीय सेना की 11 बटालियन में तैनात थे. वहां का मौसम भी काफी खराब था, सर्च अभियान के दौरान अचानक रविंद्र की तबीयत बिगड़ गई. जब उनका उपचार किया गया तो वह शहीद हो गए. यह खबर सुनकर उनके पूरे गांव और परिवार में मातम छा गया. कल शहीद जवान का शव भी उनके पैतृक गांव बिठला लाया गया. जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
लद्दाख में शहीद हुआ हरियाणा के झज्जर का लाल
इस दौरान भारत माता की जय के नारे भी लगाए गए. परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि सर्च ऑपरेशन के दौरान शुक्रवार को अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी जिसके बाद उन्हें Chandigarh ले जाया गया. परिवार के सदस्यों को भी इस बारे में जानकारी दी गई. परिवार के सदस्य भी चंडीगढ़ पहुंचे, परंतु उपचार के बाद उन्हें बचाया नहीं जा सका. हृदय गति रुकने की वजह से उनकी मृत्यु हो गई. उसके बाद शनिवार शाम को उनके शरीर को उनके पैतृक गांव ले जाया गया.
अपने पीछे छोड़ गए 7 महीने की बेटी
भारतीय सेना के जवान और हरियाणा पुलिस के जवानों ने उन्हें उल्टे हथियार कर मातमी धुन बजाकर सलामी दी. अंतिम संस्कार के दौरान गांव के लोगों की भी काफी भीड़ दिखाई दी. परिजनों ने बताया कि 23 साल के रविंद्र भारतीय सेना में 7 सालों से कार्यरत थे. वे अपने पीछे अपनी मां, अपनी पत्नी स्वीटी व 7 महीने की बेटी तनीषा, दो शादीशुदा बहनों को छोड़ गए. उनके पिता चंद्रभान व उनके भाई नवनीत का पहले ही निधन हो चुका है.
अपने गांव में रह चुके हैं जाने-माने पहलवान
3 साल पहले ही रविंद्र की शादी हुई थी. रविंद्र गांव के काफी चर्चित और जाने-माने पहलवान भी रहे हैं और खेल कोटे की वजह से ही इन्हें सेना में भर्ती होने का मौका मिला था. रविंद्र पहलवान के अंतिम संस्कार में सांसद अरविंद शर्मा, झज्जर विधायक गीता भुक्कल, एसईसीएल राजवीर जाखड़, पूर्व विधायक नरेश शर्मा आदि अन्य भी मौजूद रहे.