Gurkha Regiment: इंडियन आर्मी में दिखाई नहीं देंगे गोरखा, नेपाल सरकार ने गोरखाओं की भर्ती पर लगाई रोक
नई दिल्ली :- फिलहाल भारत में सेना की भर्ती अग्नीपथ योजना (Agnipath Scheme) के तहत हो रही है. अग्निपथ योजना के तहत भारतीय Gurkha Regiment में नेपाल सरकार ने गोरखाओं की भर्ती पर प्रतिबंध लगा रखा है. हालांकि कहा जा रहा है कि यह पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हुआ है. भारत में नेपाल के राजदूत शंकर प्रसाद शर्मा ने जानकारी दी कि गोरखा रेजिमेंट में बहाली की प्रक्रिया फिलहाल ठंडी पड़ गई है.
दोनों सरकारें इस मामले पर नहीं कर रही गंभीर चर्चा
उन्होंने बताया कि दोनों देशों की सरकारों के बीच इस मुद्दे को लेकर गंभीर चर्चा नहीं की जा रही है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि मुझे नहीं लगता कि इस मामले पर बातचीत बिल्कुल भी नहीं हो रही. नेपाली राजदूत शंकर प्रसाद शर्मा ने जानकारी दी कि भारत अग्निपथ योजना के तहत नए प्रकार के System को विकसित कर रहा है, और Nepal से भी भर्ती हुए जवान को इसी प्रणाली के तहत नियुक्त करने की इच्छा रखता है. पर नेपाल ऐसा कुछ नहीं चाहता.
नेपाल सरकार ने भारतीय सेना में गोरखाओ की भर्ती पर लगाया Ban
नेपाल चाहता है कि पुरानी प्रणाली के अनुसार ही भर्ती प्रक्रिया की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों Countries के बीच इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा होते नहीं देख ऐसा लग रहा है कि यह मामला दोनों सरकारों की तरफ से ही बीच में रुका हुआ है. भारत सरकार की अग्निपथ Scheme आने के बाद से ही August 2022 में नेपाल सरकार ने भारतीय सेना से लिए गोरखाओं की भर्ती पर प्रतिबंध लगा दिया था. तब नेपाल सरकार ने एक बयान दिया था जिसमें कहा था कि यह भर्ती ब्रिटेन – भारत-नेपाल त्रिपक्षीय समझौते के प्रावधानों के अनुरूप नहीं है.
फिलहाल भारत की गोरखा रेजीमेंट का 60 फीसदी हिस्सा नेपाली
मौजूदा समय में भारत की गोरखा रेजिमेंट (Gurkha Regiment) में 60 फीसदी नेपाली है. बीते साल Center Government तरफ से सेना में भर्ती के लिए नई योजना चलाई गई थी जिसे अग्नीपथ योजना का नाम दिया गया था. इस Scheme के अंतर्गत साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा. इनमें से सिर्फ 25 फीसदी बाद में नियमित सेवा (Regular Service) में शामिल हो जायेंगे.