Jind News: जींद जिले में लाखों में बिकी मुर्रा नस्ल की भैंस, प्रतिदिन देती है 22 लीटर दूध
जींद :- हरियाणा में सबसे अधिक मुर्रा नस्ल की भैंस जींद जिले में पाई जाती है. इसके अलावा मुर्रा नस्ल की भैंस हिसार और रोहतक जिले में भी पाई जाती है. मुर्रा भैंस को ‘काला सोना’ के नाम से भी संबोधित किया जाता है. मुर्रा नस्ल की भैंस सबसे अधिक दूध देने वाली भैंस है. इसी वजह से लोग ज्यादातर मुर्रा भैंस को पालने के पक्ष में होते है. Jind जिले में सबसे अधिक मुर्रा नस्ल की भैंस पाई जाती हैं.
मुर्रा भैंस ने पशुपालक के किए वारे न्यारे
गांव ईक्कस निवासी पशुपालक अनिल की मुर्रा नस्ल की भैंस लक्ष्मी नें Anil के वारे न्यारे कर दिए हैं. अनिल की भैंस लक्ष्मी को पशु व्यापारी रणबीर मलिक नें 3,26,000 रूपये में खरीदा है. अगर इस नस्ल की भैंस को सही खुराक दी जाए तो यह पशुपालकों के लिए सोने की खान साबित हो सकती है. इसके अलावा Anil नें बताया कि वह खेतीबाड़ी के साथ पशुपालन का भी काम करता है. अनिल ने अपनी भैंसों के देखभाल बेहतर तरीके से की और उनके खानपान का भी पूरा- पूरा ध्यान रखा.
पहले ब्यात में दिया 22 लीटर दूध
अनिल के पास कुल चार मुर्रा नस्ल की भैंसे हैं. जिसमें से 4.30 वर्षीय लक्ष्मी का दूसरा ब्यात था. जिसने करीब 5 दिन पहले ही कटड़ी को जन्म दिया था पहले ब्यात में 22 लीटर दूध दिया था इस बार 25 लीटर से ज्यादा दूध दिया जाना है. इस भैंस को खरीदने के लिए कई जगहों से व्यापारी आ चुके हैं. जिनमे से पशु व्यापारी रणवीर मलिक ने इस भैंस की कीमत 3,26,000 रूपये लगाई, और अनिल ने इन्हें अपनी भैंस बेच दी. पूरे गांव में इस भैंस की चर्चा रहती है. इतनी ज्यादा कीमत मिलने के बाद पूरे आस-पड़ोस और गांव में खुशी का माहौल था.
रणवीर मलिक ने कर रखी है दो पशुपालन डेयरी
पशु चिकित्सक डॉक्टर धर्मेंद्र बत्रा ने कहा कि यह नस्ल काफी अच्छी होती है, अगर इसका ध्यान अच्छी तरह से रखा जाए तो यह है अच्छा मुनाफा भी देती है. वही पशु व्यापारी रणबीर मलिक ने बताया कि उसके पास दो पशुपालन Dairy है. उन्होंने हाल ही में जींद से मुर्रा नस्ल की भैंस खरीदी है. जिसका दूध भी काफी अच्छा है और उसी के अनुसार उसकी कीमत लगाकर भैंस को खरीदा है. उसने कहा कि वह लक्ष्मी के वंश को आगे बढ़ाएगा.