Fatehabad News: डॉक्टर ने प्राइवेट बस में कराई पर प्रसूता की डिलीवरी, पर नहीं बच पाया नवजात
फतेहाबाद :- कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं जहां पर गर्भवती महिला समय पर Hospital नहीं पहुंच पाती और उसकी डिलीवरी कहीं पर भी करनी पड़ जाती है. बहुत से मामलों में देखने को मिलता है कि महिला और शिशु Delivery के बाद दोनों स्वस्थ होते हैं. लेकिन कुछ मामलों में शिशु का बच पाना मुश्किल हो जाता है. इसी तरह का एक मामला हरियाणा के फतेहाबाद (Fatehabad News) जिले से आया है.
बस में ही करानी पड़ी डिलीवरी
हरियाणा के फतेहाबाद जिले के रतिया नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों को गर्भवती महिला की डिलवरी Private बस में ही करानी पड़ी, लेकिन डिलीवरी में नवजात शिशु को नहीं बचाया जा सका. 32 वर्षीय महिला के परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव कलंदरगढ़ निवासी बिल्लू सिंह अपनी गर्भवती पत्नी चरणजीत कौर को अकेले घर छोड़कर कंबाइन चलाने के सिलसिले में मध्यप्रदेश गया हुआ था.
चर्म रोग की दवा लेने जा रही थी महिला
पिछले दो- तीन दिनों से गर्भवती महिला को शरीर पर खारिश हो रही थी. जिसके चलते वह Private बस से रतिया में चर्म रोग की दवा लेने जा रही थी. अचानक से बस में महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और रक्त भी बहने लगा. वहां मौजूद महिलाओं नें उसे संभाला और तेजी से बस को चलाकर रतिया नागरिक अस्पताल ले जाया गया और इसकी जानकारी चिकित्सको को दी गई. तब गंभीर स्थिति को देखते चिकित्सको नें बस में ही महिला की डिलीवरी करानें की सोची.
महिला के गर्भ में ही हो चुकी थी बच्चे की मौत
नागरिक अस्पताल रतिया के डॉ निरपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि महिला की हालत नाजुक बनी हुई थी उसे Bus से अस्पताल तक शिफ्ट करना महिला के लिए जान का खतरा बन सकती थी. इसलिए Bus को ही नागरिक अस्पताल में ले गए और बस के अंदर हरे पर्दे लगाकर वहीं पर महिला की डिलीवरी कराई, लेकिन महिला का नवजात शिशु मृत निकला. फिलहाल महिला पूरी तरह से स्वस्थ है और उसका इलाज चल रहा है. जब महिला की मेडिकल जांच की गई तो पता चला कि महिला के गर्भ में ही 2 दिन पहले बच्चे की मौत हो गई थी.