152D: अब हरियाली से हरे भरे होंगे हरियाणा के एक्सप्रेस वे, पौधारोपण का काम जोरो- शोरो से हुआ शुरू
चंडीगढ़ :- जैसा कि आप सभी जानते है उत्तरी हरियाणा को दक्षिण हरियाणा से जोड़ने के लिए 230 किमी लंबे 152D का निर्माण किया गया है. इस्माइलाबाद से रायमिलकपुर (कोटपुतली) तक के एक्सप्रेस वे के इस रास्ते का नाम तो रखा गया था ‘ग्रीन कॉरिडोर पर इसे ना तो संबंधित कंपनी हरियाली दें पाई और न ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) हरा भरा कर पाई.
वन विभाग ने शुरू किया पौधे लगाने का काम
अब इसकी जिम्मेदारी वन विभाग के पास आई है और उसकी योजना भी पूरी होने लगी है. यह सब कुछ ऐसा लग रहा है जैसे उस गीत के बोल हैं, ‘ये हरियाली और ये रास्ता, इन राहों पर तेरा मेरा जीवन भर का वास्ता. ‘वन विभाग की तरफ से एक्सप्रेस-वे के दोनों और पौधारोपण का काम शुरू हो चुका है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने स्वीकृति के समय ही इसे ग्रीन कॉरिडोर (Green Corridor) का नाम दिया था.
पानी क़ी कमी के चलता काम थोड़ा चुनौतीपूर्ण
कहा जा रहा है कि कंपनी ने पौधे लगवाए , लेकिन सफलता नहीं मिली. अब एनएचएआई ने हरियाणा के वन विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी है. हरियाली के लिए ही अथॉरिटी ने दोनों तरफ अतिरिक्त जमीन अधिकृत की थी. अब वन विभाग ने पौधे तो लगाए ही, देखरेख के लिए भी संबंधित वन अधिकारियों को ड्यूटी भी दे दी है. जैसा कि आप सभी जानते हैं इस रास्ते पर ज्यादातर जगह पानी नहीं है. ऐसे में इसे हरा भरा करना थोड़ा चुनौती का काम है. वन विभाग की तरफ से हरियाणा में नहरों के दोनों Side, सभी Highway एवं जिले की सड़कों के दोनों तरफ पौधे लगाए जा रहे हैं. विभाग ने भी कड़े निर्देश दिए हैं कि उनकी उचित देखरेख भी की जाए.
हरियाली के लिए सरकार उठा रही कई कदम
वन एवं पर्यावरण विभाग के टॉप एजेंडे में इस बार गांवों में बणी पुनर्वास योजना को पूरा करने पर भी जोर है. शहरों में हरियाली बढ़ाने के लिए विभाग ने ‘अमृत वन’ योजना तैयार की है. इसके तहत बड़, नीम, बरगद, पीपल जैसे छायादार और अन्य फलदार पौधे रोपित किये जायेंगे. साथ ही सरकार ने शहरों में ऑक्सी वन स्थापित करने पर भी योजना बनाना शुरू कर दिया है. वन एवं पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग का कहना है कि हरियाणा को हरा भरा करने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है.