दिल्ली सरकार के मुफ्त सफर के वादे दिखे हवा हवाई, महिलाओ को फ्री सवारी समझ बस नहीं रोकते DTC ड्राइवर
नई दिल्ली :- केंद्र सरकार ने महिलाओं को बसों में फ्री यात्रा की सुविधा देने के लिए Delhi में DTC बसों का संचालन किया था. यह बसें महिलाओं की सुविधा के लिए चलाई गई थी, लेकिन अब यही बसें महिलाओ के लिए असुरक्षित होती जा रही हैं. DTC बसों के संचालन के बाद समय के साथ-साथ महिलाओं की संख्या भी बढ़ती गई. अब बहुत सारे DTC बस संचालक ऐसे है जो Bus अड्डों पर महिलाओ को देखकर बस रोकते ही नहीं है.
महिलाओं द्वारा दिया गया रिव्यू
वर्ष 2021-22 में महिला यात्रियों की संख्या 25% और 2022-23 में DTC बसों में यात्रा करने वाली महिलाओं की संख्या बढ़कर 33% तक पहुंच गई थी. ग्रीनपीस की रिपोर्ट “हॉल्ट फॉर वूमेन यूजर्स इन दिल्ली” रिपोर्ट के हिसाब से 82 प्रतिशत महिला यात्रियों का कहना है कि उनके लिए बस स्टॉप पर Bus नहीं रुकती हैं. वही 29% महिलाओं का कहना है कि ऐसा बहुत बार ऐसा ही होता है कि Bus संचालक बस नहीं रोकता. जबकि 50% महिलाओं का कहना है कि ऐसा कभी कभार होता है.
बसों में सुरक्षित नहीं महिलाएं
महिलाओ ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें बस कर्मचारियों और पुरुष यात्रियों से अपमानजनक बातें सुनाई पड़ती हैं. ऐसे में पावर द पेडल कम्युनिटी द्वारा की जा रही सर्वे में शामिल नीतू ठाकुर ने कहा कि यदि गौर किया जाए तो महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं है. बसें ना रुकने के कारण Bus शेल्टर में महिलाओं को काफी समय तक इंतजार करना पड़ता है. वहीं महिलाओं की समस्याओं को दूर करने के लिए कुछ यूजर्स ने सुझाव देते हुए कहा कि अधिक से अधिक महिला बस चालक और कंडक्टर को रखनें को प्रमुखता दी जाए.
नि: शुल्क यात्रा कहकर महिलाओ के साथ भेदभाव
ग्रीनपीस इंडिया के कैंपेन मैनेजर अविनाश चंचल ने जानकारी देते हुए कहा कि रिपोर्ट में आई नीति से काफी चिंताजनक है. इतना ही नहीं महिला यात्रियों के लिए निशुल्क यात्रा कहकर भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है. बस स्टॉप पर रुकने से लेकर निगरानी प्रणाली स्थापित करना, बसों में महिला कर्मचारियों का होना, महिलाओ के लिए स्पेशल बस का होना और पैनिक बटन की शुरुआत करने को प्राथमिकता दी जाएं.