Sirsa News: सिरसा के इस सरकारी स्कूल के आगे सभी प्राइवेट स्कूलों भरते है पानी, देसी घी में बनता है मिड डे मील
सिरसा :- इन दोनों सिरसा का एक सरकारी स्कूल सुर्खियों में बना हुआ है. स्कूल प्रशासन ने स्कूल को इतना Maintain किया है कि देखने वालों को यकीन नहीं होता कि यह एक सरकारी स्कूल है. School Staff ने सरकारी और प्रशासनिक Grant का इस्तेमाल करने के साथ – साथ अपने स्टाफ की सैलरी से भी स्कूल की कायापलट की है. स्कूल में चारों तरफ हरियाली दिखाई देती है. इसलिए इस स्कूल स्टाफ की चारों तरफ तारीफ़ हो रही है.
सरकारी स्कूल को देखकर होती है हैरानी
सिरसा के चित्तौड़गढ़ पट्टी में बने मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल को देखकर सभी को हैरानी होती है. इस तरह के सरकारी स्कूल बहुत ही मुश्किल से देखने को मिलते है. साल 2021 में स्कूल के मुख्य प्रधानाचार्य ने स्कूल में अपना कार्य भार संभाला तथा स्कूल के हालात देखकर उन्होंने स्कूल के अन्य शिक्षकों के साथ मिलकर स्कूल का सौन्दर्यकरण करवाया.
स्कूल स्टाफ का लिया सहयोग
स्कूल के मुख्य अध्यापक बंसीलाल झोरड़ ने बताया कि जब उन्होंने कार्यबल संभाला तो school में विद्यार्थियों की संख्या बहुत ही कम थी, हालांकि इस कॉलोनी में कोई और सरकारी स्कूल नहीं है और कॉलोनी में रहने वाले लोग महंगे स्कूल को Afford नहीं कर सकते हैं.परंतु अब स्कूल के मुख्य अध्यापक वह उनकी पूरी टीम द्वारा स्कूल के बदलते नक्शे को देखकर बस्ती में रह रहे सभी माता – पिता अपने बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं. यह सब स्कूल के मुख्य अध्यापक तथा बाकी Staff सदस्यों के कारण ही संभव हो पाया है.
स्कूल में है यह सुविधा
इस सरकारी स्कूल में पीने के पानी से लेकर बच्चों को अंग्रेजी में पढ़ाने तक सभी विशेष सुविधाओं को ध्यान में रखा जाता है. इस स्कूल की कक्षाओं में बच्चों को पढ़ने के लिए Smart Board लगाए गए हैं. स्कूल के अंदर हरियाली का विशेष ध्यान रखा जाता है तथा विद्यार्थियों के लिए कई तरह के झूले भी लगाए गए है. स्कूल में आपको बहुत सारी ऐसी सुविधा देखने को मिलती है जो किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं है.
Mid Day Meal में देसी घी का खाना
स्कूल के अंदर सरकार द्वारा भेजे गए राशन से Mid Day Meal का भोजन तैयार किया जाता है. उस राशन से बच्चों की पूर्ति नहीं होती है इसलिए मुख्य अध्यापक द्वारा एक नियम बनाया गया की स्कूल के अंदर सभी अध्यापकों के सहयोग से स्कूल में विद्यार्थियों के लिए महीने में एक बार देसी घी का भोजन तैयार करवाया जाएगा. स्कूल के मुख्य अध्यापक ने बताया कि जब उन्होंने स्कूल में कार्यभार संभाला था, तब विद्यार्थियों का मेडिकल चेकअप करवाया था. इस Checkup में ज्यादातर बच्चों में खून की कमी पाई गई थी. विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उन्होंने बच्चों के खाने पर विशेष ध्यान दिया है.