Jyotish News: जाने किसी अपने के गुजरने के बाद आखिर क्यों करवाते है मुंडन, असली कारण जान नहीं होगा यकीन
ज्योतिष, Jyotish News :- हिंदू धर्म में कई तरह की मान्यताएं हैं. जन्म से लेकर मृत्यु तक भी कई तरह की मान्यताओं का पालन किया जाता है. हिंदू धर्म की सामान्य दिनचर्या में कई तरह के रीति रिवाज शामिल हैं. आज हम उन्हें में से एक रीति रिवाज के बारे में बात कर रहे हैं. आपने अक्सर देखा होगा कि यदि किसी के परिवार में किसी की मृत्यु हो जाती है तो उस परिवार के पुरुष अपना सिर मुंडवाते हैं. आज हम इसी नियम के बारे में जानने वाले हैं कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है. इसके पीछे क्या कारण है. ऐसे में आइये जानते हैं कि आखिर अंतिम संस्कार के बाद पुरुष अपना सिर क्यों मुंडवाते हैं.
सिर मुंडवाने के पीछे कई तरह की मान्यताएं
हिन्दू धार्मिक ग्रन्थ गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद पुरषों के सिर मुंडवाने के बारे में वर्णन किया गया है, इसके अनुसार सिर मुंडवाना अपने स्वर्गीय परिजन के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक समझा जाता है. वहीं कुछ पंडितों का मत है कि मृतक के जीवन में कई अवगुण होते हैं, इसलिए परिवार के सदस्य अपना सिर मुंडवा कर संकल्प(सद्गुरु) लेते हैं कि उनके परिजन (मृतक) के अंदर जितने भी अवगुण थे, आज हम उन सभी को नष्ट कर रहे हैं. तथा आज से हम एक नए जीवन की शुरुआत कर रहे है.
सिर मुंडवाना श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक
इसकी अतिरिक्त कई लोग इसे साफ सफाई का तर्क भी पेश करते है. कहा जाता है कि शव को शमशान घाट ले जाने तक कई बार शव को छूआ जाता हैं इसलिए साफ-सफाई के लिए पुरुष सिर मुंडवाते हैं. यह मानता है कि हमारे माता-पिता के लिए हमारे प्यार और सम्मान, जिन्होंने हमें जन्म दिया और हमें इतना प्यार किया, हमें पाल पोसकर बड़ा किया के लिए पुरुष प्रशंसा और कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में उन्हें अपने बाल समर्पित करते हैं. इसलिए किसी परिवारजन के निधन पर अपना सिर मुंडवाना बहुत सम्मान, आदर और कृतज्ञता का प्रतीक माना जाता है.