Mahogany Farming: ये है पैसों वाला पेड़! इसकी खेती में मुनाफा ही मुनाफा, 12 साल में बना देगा करोड़पति
खेती- बाड़ी, Mahogany Farming :- क्या आपने कभी पैसों के पेड़ के बारे में सुना है. सुनने में यह थोड़ा अटपटा लग रहा है मगर आज हम आपको एक ऐसे ही पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं. यह एक ऐसा पेड़ है जो आपको मालामाल कर देगा. हम जिस पेड़ के बारे में बात कर रहे हैं वह महोगनी का पेड़ है. आईए जानते हैं कि इस पैसों का पेड़ क्यों कहा जाता है.
दक्षिणी राज्यों में भी शुरू हुई खेती
परंपरागत खेती से किसानों को खास फायदा नहीं हो रहा है इसलिए वह आधुनिक खेती को अपना रहे हैं. इसी के चलते भारत में महोगनी की खेती में तेजी से इजाफा हुआ है. यह पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर है ऐसे में बाजार में इसकी लकड़ियों की कीमते बढ़ती जा रही है. उत्तर भारत के अलावा अब दक्षिणी राज्यों में भी इसकी खेती शुरू हो गई है. किसान इसे अपने खेड़ की मेढ़ पर लगा सकते हैं. महोगनी के पेड़ में अभी तक किसी भी कीट या बीमारी का प्रभाव नहीं मिला है.
सरकार भी कर रही है किसानों को प्रोत्साहित
यानी इसकी देखभाल के लिए अलग से पैसा खर्च नहीं करना होता. इन सबके बीच सरकार की तरफ से भी किसानों को मुनाफेदार पेड़ों की खेती के लिए भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है. इस पेड़ की लड़की का Use राइफल, समुंदरी जहाज, तबला, गिटार, हार्मोनियम, ब्रांडेड कार इंटीरियर, बंगलों की डेकोरेशन में होता है. ब्राजील, कनाडा और अमरिका में महोगनी पेड़ की पत्तियों, बीज और लकड़ी की काफ़ी Demand है. महोगनी एक इमारती पौधा है जिसकी लकड़ी भूरे से लाल रंग की होती है.
एक पेड़ की कीमत लगभग 60,000 रुपये
यह पौधा 12 वर्ष में 60 से 80 फुट ऊंचाई तक का पूरा पेड़ बनता है. इसकी एक घन फुट लकड़ी की बिक्री 1300 से 2500 रुपये में होती है. विशेषज्ञों के अनुसार एक पेड़ से लगभग 40 फुट लकड़ी मिलती है. औसतन 1500 रुपये प्रति घन फुट के हिसाब से भी लकड़ी बेचीं जाती है तो एक पेड़ की कीमत लगभग 60,000 रुपये हो जाती है. इसकी पत्तियों का इस्तेमाल खेती-बाड़ी के लिए कीटनाशक तैयार करने में भी किया जाता है. महोगनी की पत्तियों के तेल का Use साबुन, पेंट और वार्निस उद्योग में किया जाता है.