Jhajjar News: झज्जर के 13 दाल के लाल ने कर दिया कमाल, विश्व की सबसे ऊंची जगह पर बना डाला ये रिकॉर्ड
झज्जर, Jhajjar News :- दुनिया में बहुत सारी ऐसी ऊंची चोटियों है जिन पर ठहरना तो दूर आदमी जाने के नाम से ही डर जाता है. इसके बावजूद भी बहुत सारे निडर व्यक्तियों ने यह कार्य कर दिखाया है. अब तक तो केवल देश के युवा ही यह करिश्मा कर रहे थे लेकिन अब एक छोटी सी उम्र का बच्चा जिसने लद्दाख में उमालिंगला दर्रे पर Training करके इंडिया बुक का रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया है. आईए जानते हैं कैसे यह छोटा सा बच्चा 7 दिन तक बिना ऑक्सीजन के ऐसे स्थान पर रहकर ट्रेनिंग करता है.
भारत चीन बॉर्डर पर बढ़ाया गौरव
हरियाणा के झज्जर जिले के खरहर गांव का रहने वाला अंगद दिल्ली में दिल्ली कैंट के माउंट सेंट मैरी स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा है. अंगद मात्र 13 वर्षीय बालक है. अंगद ने लद्दाख में 19024 फिट ऊंचे उमालिंगला दर्रे पर रहकर एक बेहद मुश्किल ट्रेनिंग पूरी करके राष्ट्रीय खिताब हासिल किया है. अंगद के ट्रेनर्स का मानना है कि अपने माउंटेनियरिंग के कठोर कार्य से रोंगटे खड़े कर देने वाले 13 वर्षीय अंगद भारद्वाज ने भारत- चीन Border पर देश का मान बढ़ाया है.
परिवार के लिए बड़ी गर्व की बात
अंगद के माता डॉ अनीता भारद्वाज ने बताया कि उसकी पूरी Family के लिए बड़े गर्व की बात है कि उनके बेटे ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है. वही अंगद के पिता डॉ प्रदीप भारद्वाज का कहना है कि गर्मियों की छुट्टी के समय अंगद केदारनाथ और अमरनाथ जैसी पहाड़ियों पर यात्रा के लिए जाता था. यह भी उसके लिए एक गाइड की तरह कार्य करता था. अंगद ने अपनी यह Training बॉर्डर रोड संस्थान के साथ पूरी की है.
चीन बॉर्डर के लगाए नारे
अंगद ने बताया कि वह Future मे बड़ा सैन्य अधिकारी बनना चाहता है. उसे भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस, भारतीय वायु सेना (IAF) से भी पर्वतारोहण में प्रशिक्षण प्राप्त है. इतना ही नहीं सैन्य प्रशिक्षण पूरा होते ही अंगद ने चीन सीमा के पास हिंदुस्तान जिंदाबाद और भारत माता की जय के नारे लगाए. इस प्रशिक्षण के पूरा होने से अंगद और उसके पूरे परिवार में खुशी की लहर है.