Haryana News: हरियाणा के 17 गाँवो के बदले गए नाम, अब किसी को नाम बताने में नहीं आएगी शर्म
चंडीगढ़, Haryana News :- हरियाणा में पिछले 8 सालों के दौरान प्रदेश के 17 गांव को नई पहचान मिली है. इन गांवों के नामो को भी बदल दिया गया है. गांव के नाम से आपत्तिजनक शब्द हटा दिए गए हैं जिससे गांव के लोगों को भी काफी सम्मान मिला है. अब गांव में रहने वाले सभी लोग काफी गर्व से अपने गांव का नाम ले पा रहे हैं. यदि साल 2015 से पहले की बात की जाए, तो तब अजीब नाम वाले इन गांव में रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. हर जगह ही उनके गांव के नाम का मजाक बनाया जाता था, जिससे वह काफी परेशान भी रहते थे.
गांव के नाम की वजह से करना पड़ता था शर्मिंदगी का सामना
इस वजह से गांव के लोग दूसरे लोगों को अपने गांव का नाम बताने में भी शर्मिंदगी महसूस करते थे. यहां तक की इन गांवों के युवक युक्तियां की शादी में भी परेशानियां आ रही थी. आपत्तिजनक नाम वाले गांव के लोग लंबे समय से अजीब नाम में बदलाव की मांग कर रहे थे. इस मुहिम ने जोर तक पड़ा जब फतेहाबाद जिले के गंदा गांव की 12 वर्षीय किशोरी हरप्रीत कौर ने साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा और उनका ध्यान अपने गांव के आपत्तिजनक नाम के कारण लोगों को होने वाली शर्मिंदगी से अवगत करवाया.
इस प्रकार शुरू हुआ गांवो के नाम बदलने का सिलसिला
इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बड़ी पहल की और 26 जून 2015 को गांव के आपत्तिजनक नाम बदलने का जो दौर शुरू किया वह अभी तक भी थमा नहीं है. इस दौरान मुस्तफाबाद, खिजराबाद, बाल रंगदान अमीन और मोहम्मदहेड़ी सहित कई मुस्लिम दिखने वाले गांव के नाम में भी बदलाव किए गए. जहां पर हिंदू आबादी ज्यादा रहती है. फतेहाबाद जिले के गंदा गांव का नाम भी बदलकर अजीत नगर कर दिया गया, इसी प्रकार महेंद्रगढ़ के चांदखेड़ा गांव का नाम बदलकर देवनगर कर दिया गया. इस प्रकार प्रदेश के 17 गांव के नाम में बदलाव किया गया.