Chanakya Niti: काले नाग से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं इस प्रकार के लोग, हमेशा रहना चाहिए इनसे अलर्ट
Chanakya Niti :- आचार्य चाणक्य जी को दुनिया के महान अर्थशास्त्री और दार्शनिक कहां जाता है. उनकी कूटनीति के कारण ही मौर्य वंश को सफलता हासिल हुई थी. उनकी नीतियों के दम पर ही उन्होंने नंद वंश का नाश कर दिया था. आचार्य चाणक्य जी ने अपनी नीतियों में मनुष्य के जीवन को लेकर भी बहुत ही अहम बातों का विवरण दिया है. जो भी इन बातों को ध्यान रखता है या अमल करता है उस व्यक्ति को Life में काफी जायदा सफलता मिलती है. उनके अनुसार अगर कोई भी व्यक्ति अपने से सामने वाले व्यक्ति को परख सकता है तो ऐसा व्यक्ति कभी भी अपने जीवन में मार नहीं खाता है. इसके साथ-साथ उन्होंने कहा है कि हमें हमेशा ऐसे 3 व्यक्तियों से दूर रहना चाहिए जो हमारे लिए अच्छे नहीं होते हैं. आइए जानते हैं ऐसे 3 लोगों के बारे में.
आचार्य चाणक्य ने अपनी किताब में यह श्लोक लिखा है
नैव पश्यति जन्मान्धः कामान्धो नैव पश्यति ।
मदोन्मत्ता न पश्यन्ति अर्थी दोषं न पश्यति ।।
इस श्लोक का मतलब है कि जिस तरह से जन्म के समय अंधे व्यक्ति को कुछ नहीं दिखाई देता है. उसी तरह से जिस व्यक्ति में काम क्रोध और नशे की भावना होती है उस इंसान को भी अपने अलावा कुछ और नहीं दिखाई देता है. स्वार्थी इंसान को भी किसी भी व्यक्ति में कोई भी दोष नहीं देख पाता है. हमें स्वार्थ में लिप्त लोगों से कभी भी दोस्ती नहीं रखनी चाहिए.
मतलबी इंसान से हमेशा रहना चाहिए दूर
आचार्य चाणक्य जी ने अपनी नीति में बताया है कि मनुष्य को हमेशा से ही मतलबी इंसानों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. मतलबी इंसान कभी भी आपको समस्या में डाल सकते हैं. ऐसे लोग हमेशा अपने स्वार्थ के लिए ही सोचते हैं. उन्हें दूसरों के फायदे या नुकसान से कोई फर्क नहीं पड़ता है.
जो लोग अपने गुस्से पर काबू ना कर सके
आचार्य चाणक्य जी का कहना है कि जो भी व्यक्ति अपने गुस्से पर काबू नहीं कर पाते हैं, हमें हमेशा उनसे भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए. इस तरह के लोग हमेशा ही आपके लिए मुसीबतें खड़ी कर सकते हैं. गुस्से में रहने वाले व्यक्ति की सोचने समझने की समझ ही खत्म हो जाती है.
लालची इंसान से भी रहना चाहिए दूर
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में बताया है कि मनुष्य को हमेशा ही लालची और जलन करने वाले इंसान से भी दूर रहना चाहिए. इस तरह के लोग हमेशा से ही अपने बारे में सोचते हैं .ऐसे लोग कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति का भला नहीं कर सकते हैं.