चंडीगढ़, Haryana News :- केंद्र सरकार नें किसानो की आर्थिक सहायता के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई हुई. इन्ही योजनाओ में से एक महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) भी है. इस योजना के तहत किसानों को प्राकृतिक आपदा से नष्ट हुई फसलों की गिरदावरी करवाकर उन्हें एक निश्चित राशि मुआवजे के रूप में देती है. देश के कई राज्य ऐसे हैं जहां पर किसान बड़ी संख्या में इस योजना से जुड़े हुई है, वहीं कुछ State ऐसे भी है जिसमे बहुत कम संख्या में किसान इस Scheme से जुड़े हुए है.
किसानों का इस योजना के प्रति कम रुझान
जानकारी के लिए बता दे कि आज भी देश में कुछ राज्य ऐसे हैं जहां पर किसानों का रुझान इस योजना की तरफ कम ही है. इस वर्ष खरीफ सीजन के दौरान प्रदेश के करीब 1,46,531 किसानों ने ही इस योजना के लिए Registration करवाया है जबकि बैंकों से Loan लेने वाले करीब 11.30 लाख किसान हो गए हैं. वहीं पिछले वर्ष 5,43,329 किसानों ने इस योजना के लिए पंजीकरण करवाया था, और इसमें ऋणी किसान 6,58,943 थे. यानी कुल मिलाकर देखा जाए तो इस वर्ष किसानों की संख्या काफी घटी है.
तेजी से घट रही किसाने की संख्या
इस वर्ष योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने वाले की संख्या घटने का मुख्य कारण किसानों का Bank से Loan लेना है. बहुत सारे Kisan ऐसे हैं जिन्होंने बैंक से ऋण ले रखा है जिस वजह से वह अब प्रीमियम राशि कटवाने के लिए बाध्य नहीं है. इसके अलावा प्रदेश सरकार प्राकृतिक आपदा से नष्ट हुई फसलों की गिरदावरी करवाकर मुआवजा दे देती है जिस वजह से किसान बीमा करवाने में कम Interested होते है.
वर्ष पंजीकृत किसान
- 2018 718250
- 2019 829738
- 2020 644027
- 2021 531398
- 2022 543329
- 2023 146531
2022-23 में पंजीकृत किसानों की संख्या
जिले 2022 2023
- अंबाला 5,752 735
- भिवानी 86,050 19,343
- चरखी दादरी 25,617 4847
- फरीदाबाद 754 270
- फतेहाबाद 38,570 11,514
- गुरुग्राम 6,438 1438
- हिसार 90,113 14529
- झज्जर 12,995 1788
- जींद 34,632 4815
- कैथल 16,244 4405
- करनाल 9,243 1672
- कुरुक्षेत्र 10,355 3787
- महेंद्रगढ़ 34,695 4313
- नूह 7,044 3093
- पलवल 8,780 5158
- पंचकूला 1,400 441
- पानीपत 3,159 883
- रेवाड़ी 28,553 11167
- रोहतक 9,199 2755
- सिरसा 89,333 48188
- सोनीपत 19,506 4192
- यमुनानगर 4,902 1191