गृहमंत्री अनिल विज के पास सबसे ज्यादा फाइल पेंडिंग, CM- डिप्टी सीएम के विभागों में भी बुरा हाल
चंडीगढ़ :- हरियाणा के विकास के लिए प्रदेश में कई विभाग बनाए गए है. इन सभी विभागों को अलग-अलग कार्य सौंपे गए हैं, जिन्हें पूरा करना इन विभागों का कर्तव्य है. हरियाणा में विभिन्न विभागों को एक निश्चित समय अंतराल के अंदर फाइलों का कार्य पूरा करना होता है. हाल ही में कुछ विभाग ऐसे हैं जिनमे फाइलों के निपटाने की दर काफी निराशाजनक रही है. इसमें अगर बात करें तो प्रदेश के मुख्य विभागों को संभालने वाले CM, डिप्टी सीएम और गृहमंत्री अनिल विज पहले नंबर पर है.
गृहमंत्री की 7300 फाइले लंबित
CM मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज के विभागों में 300 दिनों से लगभग 7300 लंबित फाइले है, जिस पर 54 प्रतिशत से अधिक की साझेदारी है. अब तक जारी आंकड़ों के हिसाब से CM और गृहमंत्री अनिल विज के पास वाले विभागों में करीब 4000 फाइलों का कार्य भी अधूरा पड़ा है. जबकि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की भी 1200 से अधिक फाइले अधूरी पड़ी है.
15 दिन में करनी होगी फाइले पूरी
अब तक जारी आंकड़ों के हिसाब से सबसे लंबी फाइलें स्वास्थ्य विभाग की 850 है. जबकि चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग में करीब 506 फाइले और वित्त विभाग में 835 फाइले लंबित पड़ी है. वहीं अगर प्रदेश की कुल फाइलों के बात करें तो सरकार के पास 11,200 से अधिक फाइले लंबित है. जिनमें से 7300 से अधिक और 300 दिनों की अवधि में लंबित है. CM मनोहर लाल खट्टर ने प्रशासनिक सचिवों को फाइलों के निपटाने के लिए 15 दिन का समय दिया है.
सभी विभागों को दिया सीएम ने आदेश
अब तक जारी आंकड़ों के हिसाब से प्रदेश में कई ऐसे विभाग है जिसमें पिछले काफी लंबे समय से फ़ाइलो का निपटान नहीं किया गया है. CM दे बताया कि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग 512, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन 301, Pwd विभाग 401, उद्योग 232, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति 160, सिंचाई 568 विभाग को शामिल किया गया है. CM दे सभी फाइलों को पूरा करने के लिए प्रशासनिक सचिवों को भी 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है.