CM मनोहर लाल का बड़ा ऐलान, अब सरकारी स्कूलों में भी मिलेगी परिवहन सुविधा
चंडीगढ़ :- बच्चों का भविष्य उनके बचपन की नींव पर रखा होता है. यदि बच्चों को बचपन से ही अच्छी शिक्षा अच्छा रहन-सहन मिले तो वह एक कामयाब इंसान बन सकता है. लेकिन कुछ बच्चों की पारिवारिक आर्थिक स्थिति सही न होने के कारण वे न तो उन्हें अच्छे स्कूलों में दाखिल करवा पाते और न हीं उनके पास अपने बच्चों की स्कूल की Bus Fees देने के लिए पैसे होते हैं. ऐसे में आर्थिक स्थिति से परेशान होकर बच्चे बीच में ही पढ़ाई Drop आउट कर देते हैं.
ब्लॉक स्तर पर नियुक्त किया जाएगा स्कूल ट्रांसपोर्ट ऑफीसर
लगातार बच्चों के स्कूल छोड़ने की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में हरियाणा सरकार ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए गांव में एक किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित विद्यालयों में परिवहन व्यवस्था करने का फैसला लिया है. ताकि बच्चे अधिक से अधिक विद्यालय आने के लिए प्रेरित हो. इसी तरह ब्लॉक स्तर पर भी एक स्कूल ट्रांसपोर्ट ऑफीसर (STO) नियुक्त किया जाएगा, जों Block के सभी स्कूलों के साथ समन्वय स्थापित कर परिवहन की व्यवस्था करने का कार्य करेंगे.
जीरो ड्रॉप डाउन करने का लक्ष्य
Wednesday को सीएम मनोहर लाल खट्टर ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों (DEEO) के साथ बैठक आयोजित की. इस बैठक में CM ने बच्चों की स्कूलों में घट रही संख्या को Zero करने पर निर्णय लिया गया. CM नें DEEO को आदेश देते हुए कहा कि 6 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को जोकि PPP आईडी में दर्ज है उनको ट्रैक किया जाए, और उनकी शिक्षा से संबंधित जानकारी ले, और उन्हें विद्यालय आने के लिए प्रेरित करें. इसके अलावा उन्होंने सभी विद्यार्थियों का डाटा MIS पोर्टल पर निरंतर अपडेट करने के आदेश दिए.
खेल-खेल में ग्रहण करेंगे शिक्षा
इसके अलावा सीएम ने बताया कि आगामी दिनों में प्रवासी परिवारों के बच्चों का आधार कार्ड बनाया जाएगा. इसके लिए माता-पिता को बच्चों की Birth Date के लिए नोटरी से सत्यापित एफिडेविट DEEO को देना होगा. जिस पर हेड टीचर काउंटर हस्ताक्षर करेगा. इसके अलावा सीएम ने हाल ही में 4000 आंगनबाड़ी केंद्रों को बाल वाटिका में परिवर्तित किया है. इन बाल वाटिकाओं में बच्चे खेल के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करेंगे.