हरियाणा में युवाओं को लगी हुक्के की तलब, शान का प्रतीक बन रहा मीठा जहर
चंडीगढ़ :- जैसे-जैसे समय में बदलाव हो रहा है वैसे-वैसे देश के Youth की विचारधारा में भी बदलाव देखने को मिल रहा है. आज के युवा आधुनिक तौर तरीकों से अपने जीवन को व्यतीत कर रहे हैं और प्राचीन परंपराओं को भूलते जा रहे हैं. आज के युवा नए नए शौक पालने लगे हैं प्राचीन समय में बुजुर्ग लोग हुक्के का प्रयोग करते थे लेकिन आज के युवाओं को Hooke का शौक इस कदर लग गया की बड़ी संख्या में हुक्के Bar खुलने लगे हैं.
लड़कियां भी कर रही हुक्के का प्रयोग
लोगों में एक धारणा ऐसी प्रचलित हो गई है कि हुक्के से स्वास्थ्य संबंधी कोई तकलीफ नहीं होती लेकिन यह सच नहीं है, दरअसल असलियत तो यह है कि हुक्का सिगरेट और बीड़ी से भी कहीं ज्यादा नुकसानदायक होता है. Hooke में तंबाकू को गर्म करने के लिए कोयला जलाने से कार्बन मोनो आक्साइड जैसी जहरीली गैस निकलती है जो सांस के द्वारा शरीर के अंदर चली जाती है और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाती है. इतना ही नहीं सांस लेने में भी लोगों को दिक्कत होने लगती है. आज न केवल लड़के हुक्के का प्रयोग कर रहे हैं बल्कि लड़कियां भी बड़ी संख्या में हुक्के का सेवन करने लगी है.
एक बार में प्रयोग हो सकता है आधा किलो तंबाकू
प्राचीन समय में बुजुर्गों की खाप और पंचायतो में काफी लोकप्रिय माना जाता था. जानकारी के लिए बता दे कि हरियाणा के कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में एशिया का सबसे बड़ा हुक्का रखा गया है. इस Hooke पर देवी देवताओं व महान क्रांतिकारियों की तस्वीर भी लगी हुई है. इस Hooke की चिल्म इतनी बड़ी है कि इसमें एक बार में ही आधा किलो तंबाकू का प्रयोग किया जा सकता है.
शिक्षा संचार के माध्यम से युवाओं को किया जाएगा जागरूक
हुक्के की वजह से लोगों के स्वास्थ्य को काफी नुकसान हो रहा है. हरियाणा सरकार ने युवाओं की इस लत को छुड़वाने के लिए विशेष रणनीति तैयार की है. जिसके तहत Education, संचार और सूचना को जरिया बनाकर युवाओं में इस आदत को छुड़ाने का कार्य किया जाएगा. इसके अलावा युवाओं में फैली मिथकता कि हुक्के से कोई नुकसान नहीं होता, इसको भी दूर किया जाएगा.