Kurukshetra News: कुरुक्षेत्र के इस मंदिर में दर्शन करने से महिलाओ के पति की हो जाती है मौत, पुजारी पहले ही दे देते है चेतावनी
कुरुक्षेत्र, Kurukshetra News :- हरियाणा में विभिन्न धर्मो के लोग रहते हैं लेकिन सबसे ज्यादा हिंदू धर्म के लोग रहते हैं. प्राचीन परंपरा अनुसार हिंदू धर्म में 84 लाख देवी देवताओं की मान्यता है. सभी लोगों के अपने अपने पूजनीय देवी देवता है. इतना ही नहीं प्रदेश में इन देवी देवताओं के कई प्रमुख मशहूर मंदिर भी हैं. सभी मंदिरों की अपनी अपनी मान्यताएं और नियम होते है, आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर महिलाओं का जाना वर्जित है.
मंदिर में जाने से कतराते लोग
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पर पेहोवा में यह Temple स्थित है. सरस्वती तीर्थ पर स्थित यह मंदिर भोलेनाथ के पुत्र कार्तिकेय का है. इस Temple के गर्भगृह में भगवान कार्तिकेय की पिंडी है. वैसे तो आपने देखा होगा कि मंदिरों में श्रद्धालु बड़ी खुशी के साथ जाते हैं, लेकिन यह मंदिर ऐसा मंदिर है जहां पर जाना लोग कम ही पसंद करते है. इस मंदिर को प्राचीन समय से ही श्रापित माना जाता है, महिलाएं अगर इस मंदिर के दर्शन कर लेती है तो वह विधवा हो जाती है.
मंदिर की मान्यता का बाहर लगाया गया बोर्ड
कुरुक्षेत्र में 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पेहोवा में गर्भगृह में भोलेनाथ के पुत्र कार्तिकेय की पिंडी है. मान्यता है कि अगर महिलाएं इस पिंडी के दर्शन कर ले तो वह सात जन्म के लिए विधवा हो जाती है, इसलिए इस मंदिर में लोग जाने से कतराते हैं. इस मंदिर के बाहर यहां की मान्यता के बारे में एक Board भी लगाया गया है. वहीं अगर किसी महिला को इस बारे में जानकारी ना हो तो वहां पर मौजूद स्थानीय पुजारी इस मंदिर की मान्यता की जानकारी दे देते हैं.
छोटी बच्चियों को भी मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं
मान्यता है कि महिलाएं मंदिर के अंदर जाकर कार्तिकेय की पिंडी के दर्शन नहीं कर सकती, अगर वे चाहे तो केवल Temple के बाहर से ही कार्तिकेय महाराज का आशीर्वाद ले सकती हैं. महिलाओं के अलावा इस मंदिर में छोटी बच्ची और नवजात शिशुओ को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. आज तक किसी भी महिला ने यहां की मान्यता का उल्लंघन नहीं किया है.