नई दिल्ली :- बढ़ती महंगाई ने सामान्य और निम्न वर्ग के लोगों को बुरी तरह से प्रभावित किया है. बढ़ती महंगाई का असर सीधे तौर पर सामान्य और निम्न तबके के लोगों पर पड़ा है. इसी बीच ग्राहकों के लिए आटे की कीमतों से संबंधित खुशखबरी आई है. Wheat की थोक कीमतों में गिरावट होने के कारण आटे की खुदरा कीमतों में भी गिरावट आई है. जिस वजह से लोगों के द्वारा आटे खरीदना पहले की अपेक्षा आसान हो गया है. गेहूं के Rate गिरने से आटे के Rate भी कम हो गए हैं. खुले बाजार में गेहूं की बिक्री के लिए आरक्षित मूल्य में कटौती करने के बाद गेहूं के भाव तेजी से गिरे हैं.
पिछले एक सप्ताह से गेहूं के कीमतों में आई गिरावट
समय के साथ- साथ महंगाई भी अपने पाँव तेजी से पसार रही है. लोगों के लिए इस महंगाई का सामना करना मुश्किल हो रहा था. केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 1 Week से गेहूं और आटे की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है. गेहूं की कीमत 3 रुपए और आटे की खुदरा कीमतों में 2 रूपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है. February महीने के शुरुआती दिनों में गेहूं की औसत कीमत 33.15 रुपये प्रति किलो थी, जबकि February के अंतिम दिनों में गेहूं की खुदरा कीमतें घटकर 30.66 रुपये तक आ पहुंची.
गेहूं में 3 रुपये और आटे में 2 रुपये प्रति किलो की गिरावट
केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले करीब 1 Week में गेहूं की कीमतों में 3 रुपये और और आटे की कीमतों में 2 रूपये तक की गिरावट दर्ज की गई. जबकि 20 February तक गेहूं की कीमत 33.15 रूपये और 27 February तक गेहूं की कीमत 3 रूपये घटकर 30.66 रुपए प्रति किलो तक रह गई है. विभिन्न स्थानों पर प्रति किलो के हिसाब से गेहूं की पहले वाली कीमत और बर्तमान कीमत –
स्थान पहले कीमत घटी कीमत
- दिल्ली 30 30
- लखनऊ 32 30
- भोपाल 30 28
निम्न प्रकार से आटे की कीमत में हुई कमी
पिछले सप्ताह में आटे की कीमत 37.63 रुपये से घटकर 33.15 रूपये प्रति किलो रह गई. दिल्ली में आटे का भाव 31 से घटकर 30 रूपये, भोपाल में 34 से घटकर 30 रूपये और लखनऊ में 34 से घटकर 32 रुपये प्रति किलो तक आ पहुंचा. गेहूं की बढ़ रही कीमतों को Control करने के लिए January में खुले बाजार में 30 लाख टन गेहूं की बिक्री का फैसला लिया, इससे एक बार तो गेहूं के भाव कम हुए परंतु फिर से गेहूं के रेट बढ़ गए.