सरपंचों और सरकार के बीच सिरे नहीं चढ़ पाई बातचीत, देर शाम पुलिस ने दौड़ा- दौड़ा कर पीटा
पंचकूला:- हरियाणा में फिलहाल ई टेंडरिंग विवाद चल रहा है. सरपंचों द्वारा लगातार इस प्रणाली का विरोध किया जा रहा है. विरोध कर रहे सरपंचों और मुख्यमंत्री के OSD भूपेश्वर दयाल के बीच कोई बातचीत भी सफल नहीं हो पाई. इसके असफल होने पर सरपंचों ने भयंकर प्रदर्शन किया, Police की तरफ से भी लाठी चार्ज किया गया है. पुलिस और विरोधियों की धक्का- -मुक्की और लाठीचार्ज में 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं जिनमें सरपंच और पुलिस कर्मचारी शामिल है.
बॉर्डर पर ही धरने पर बैठ गए सरपंच
जो सरपंच प्रदर्शन करने के लिए पंचकूला पहुंचे थे पंचकूला और चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें चंडीगढ़ बॉर्डर पर ही रोक लिया था. सरपंचों से बात करने के लिए मुख्यमंत्री के ओएसडी और कुछ और अधिकारी आये लेकिन वार्ता सम्भव ना हो सकी. इसके चलते पुलिस और सरपंचों के बीच बहस बाजी शुरू हो गई. जिसके बाद पुलिस की तरफ से सरपंचों पर लाठीचार्ज कर दिया गया. पुलिस ने जब पंचकूला चंडीगढ़ Border पर सरपंचों को रोक लिया तो सरपंच नाराज होकर वहीं धरने पर बैठ गए. सरपंचों की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि यह धरना तभी उठेगा जब उनकी सारी मांगे स्वीकार की जाएंगी. देखते ही देखते पंचकूला चंडीगढ़ सीमा पर हजारों की संख्या में सरपंच इकट्ठा हो गए जिन्हें रोकने के लिए पुलिस को भारी Barricading करनी पड़ी.
Water Canon भी किया गया इस्तेमाल
पुलिस ने ज़ब सरपंचों पर लाठियां बरसाई तो सरपंच नाराज होकर धरने पर बैठ गए, इसके बाद सरकार के बातचीत शुरू हुई लेकिन वह भी सफल नहीं हुई और पुलिस ने फिर से सरपंचों पर लाठीचार्ज कर दिया. इसी भगदड़ में करीब 50 पुलिसकर्मी और सरपंच घायल हो गए हैं. पुलिस की तरफ से वाटर कैनन भी प्रयोग में लाया गया. एक सरपंच को गंभीर चोट लगी जिसे नवीन जयहिंद उसी वक़्त Hospital लेकर गए. ई -टेंडरिंग प्रणाली का विरोध कर रहे सरपंचों और पंचायत मंत्री के बीच वार्ता हुई थी लेकिन उसका कोई भी निष्कर्ष नहीं निकला जिसके बाद सभी सरपंचों ने मुख्यमंत्री आवास को घेरा.
अलर्ट पर पंचकूला और चंडीगढ़ पुलिस
सरपंचों की तरफ से चेताया भी गया है कि अगर इस दौरान एक पुलिस ने उन्हें रोका तो है सारे सरपंच वही धरने पर बैठ जाएंगे. फिलहाल ऐसा लग रहा है कि सरपंच आर या पार की लड़ाई लड़ रहे हैं. पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर पंचकूला पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस दोनों को भी Alert पर रखा गया है. बॉर्डर पर पर्याप्त संख्या में Police Force और अग्निशमन वाहन और वज्र वाहन को Duty पर रखा गया है. पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसी भी सक्रिय है और एक एक मिनट की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और हरियाणा सरकार के पास भेजी जा रही है.
पुलिस ने किया हल्के बल का इस्तेमाल
सरपंच Association की तरफ से रविंद्र काजल का कहना है कि लाठीचार्ज के दौरान 50 से ज्यादा लोग घायल हुए है. कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी है. दरअसल, सरपंचों को पुलिस ने पंचकूला में ही बैरिकेड्स लगाकर रोका था, लेकिन इस दौरान सरपंचों ने पुलिस की कार्रवाई का बहुत विरोध किया. साथ ही, प्रदर्शन के दौरान सरपंचों ने पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ने के प्रयास भी किये. सरपंचों को वहीं पर रोका जाए इसके लिए पहले पुलिस ने हल्के बल का इस्तेमाल किया. विरोध कर रहें सरपंचो ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें पुलिस ने रोका तो वहीं पर पक्के धरने पर बैठ जायेंगे.
दुर्व्यवहार से नाखुश सरपंचों ने दिया धरना
पुलिस के दुर्व्यवहार से नाखुश होकर सरपंचों ने धरना देने के लिए सभी जिलों में Phone कर दिया. वहीं, इस मुद्दे पर सीएम मनोहर लाल ने भी बड़ा बयान दिया है. सीएम ने कहा है कि जो फैसला पहले लिया गया था वही रहेगा. परंतु सीएम ने यह भी कहा है कि अगर कोई परेशानी होती है तो इसे हल करने के बारे में भी विचार किया जाएगा.