Kisan Andolan: हरियाणा पुलिस के डीएसपी के का वीडियो वायरल, बोले- किसानों को लठ नी खोद मारनी है…..
चंडीगढ़ :- हरियाणा के एक डीएसपी (DSP) का वीडियो (Video) सोशल मीडिया (Social Media)पर इस समय बहुत चर्चा में है. जानकारी के लिए आपको बता दें कि यह वीडियो रविंद्र तोमर का है. रविंद्र तोमर इस समय हरियाणा के गोहाना में बतौर डीएसपी अपनी सेवाएं दे रही है. हाल ही में किसान आंदोलन के अंतर्गत उनको कैथल में नियुक्त किया गया है. वायरल वीडियो (Viral Video) में डीएसपी कैथल में किसानों की एंट्री (Entry) को रोकने के लिए पुलिस जवानों को निर्देश दे रहे हैं.
डीएसपी के इस बयान से हंगामा
पुलिस जवानों को निर्देश देते हुए डीएसपी रविंद्र तोमर ने कहा कि “लठ नी मारणे, खोद मारनी है, समझ गे. इससे आपसे उनकी दूरी बनी रहेगी तथा चोट भी कम से कम लगेगी. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी को हम प्रैक्टिकल (Practical) करके बता देंगे कि खोद क्या है? यह हरियाणा की एक नई खोज है”.
किसानों में आक्रोश
इस वीडियो (Video) को लेकर किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. किसान नेताओं का कहना है कि वह किसी भी पुलिसकर्मी या सेवा के जवान से नहीं लड़ना चाहते है. हम केवल फसल और नसल बचाने के लिए सरकार के सामने अपनी मांगे रख रहे हैं. सरकार उन्हें सरकारी तंत्र तथा पुलिस फोर्स ( Police Force) का सहारा लेकर दिल्ली जाने से रोकना चाहती है, परंतु हम हर हाल में दिल्ली जाकर रहेंगे. किसानों ने डीएसपी द्वारा बोले गए शब्दों का विरोध करते हुए सरकार से उसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
डीएसपी ने दी अपने बचाव में सफाई
रविंद्र तोमर ने इस विवाद पर पत्रकारों को अपनी सफाई देते हुए कहा कि प्रदर्शन को लेकर जवानों का मूड वॉश करने के लिए मैंने ऐसा कहा था. किसानो को लाठी चार्ज के समय ज्यादा चोट ना आए, इसके लिए जवानों को स्मार्ट (Smart) तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए गए थे.
खोद करने का अर्थ
जानकारी के लिए आपको बता दे की हरियाणवी बोली में खोद करने का अर्थ होता है लाठी को घूमाकर मरने की बजाय भाले की तरह फैककर मारना. लाठी को इस प्रकार मारने से कई बार अंदर की चोट लग सकती है जो बहुत ही खतरनाक होती है.