इस गांव के सभी लोग रह जाते है कुवांरे, इस कारण कोई भी महिला नहीं बनती दुल्हन
नई दिल्ली :- हमारे देश में कहीं ऐसी जगह है जो अपनी अजीबोगरीब खूबी के कारण मशहूर है. इनमें से कहीं का खाना मशहूर है, तो कोई गांव जुड़वा बच्चा पैदा करने के लिए मशहूर है. इसी प्रकार की एक अतरंगी खूबी के साथ हम आपके लिए एक अनोखा गांव लेकर आए. मिली जानकारी के अनुसार इस गांव को कुंवारों का गांव कहा जाता है. इस गांव में सभी के कुंवारे होने का कारण यह नहीं है कि यहां के लोग शादी करना नहीं चाहते हैं, अपितु इसके पीछे एक खास वजह है. तो चलिए आज हम आपको वह कारण बताते हैं.
यह है कुंवारों का गांव
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 300 किलोमीटर दूर स्थित बरवा कलां नाम के गांव को कुंवारों का गांव कहा जाता है. इस गांव की खासियत यह है कि इस गांव में पिछले 50 साल से कोई भी शादी नहीं हुई है.
इस कारण गांव में नहीं हुई कोई शादी
यदि आप सोच रहे हैं कि यह गांव कोई शापित जगह है, जहां लोगों की शादियां नहीं होती, तो आप गलत है. दरअसल यहां के लोगों की शादी न होने के पीछे का कारण प्रशासनिक लापरवाही है. इस गांव में आज भी मूलभूत जरूरत की चीज़े भी नहीं है. इस गांव में ना ही बिजली है, ना ही पीने के पानी की सप्लाई (Supply) है. इस गांव में अभी तक सड़के भी नहीं बनी है. इसी कारण कोई भी परिवार अपनी बेटी का ब्याह इस गांव में नहीं करना चाहता है.आज के डिजिटल (Digital) युग में भी इस गांव में फोन (Phone) बेकार है, क्योंकि यहां पर अभी तक कोई नेटवर्क (Network) नहीं आता है.
पहाड़ काटकर खुद बनाई सड़क
इस गांव के लोगों ने अनेक बार सरकारी अधिकारियों से सहायता मांगी, परंतु इतने सालों में उनकी समस्याओं का समाधान किसी ने नहीं किया है. कुछ वर्ष पहले गांव वालों ने खुद मिलकर पहाड़ काटकर एक कच्ची सड़क बनाई, जिसकी मदद से अब गाड़ियां गांव में आ सकती है. इस गांव में कोई भी युवा नहीं रहना चाहते है. यही कारण है कि इस गांव में सभी लोग कुंवारे ही अपनी जिंदगी काटने को मजबूर है.