Kurukshetra News: कुरुक्षेत्र में खुदाई के दौरान मिला महाभारत काल का कुआँ, युधिष्ठिर ने करवाया था निर्माण
कुरुक्षेत्र, Kurukshetra News :- जैसा की आपको पता है कि हरियाणा प्रदेश का कुरुक्षेत्र जिला ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण रहा है. यहां पर महाभारत कालीन प्राचीन विष्णु कूप भी मिला है. हम आपकी जानकारी के लिए बता दे की महाभारत कालीन कूप को रामनवमी के दिन ही आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन के लिए खोला जाएगा. जब मंदिर परिसर में खुदाई की जा रही थी, उस दौरान महाभारत कालीन प्राचीन विष्णु कूप मिला. दावा किया जा रहा है कि हजारों साल पुराने प्राचीन सिद्ध लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में खुदाई का कार्य किया जा रहा था, वहीं पर यह प्राचीन विष्णु कूप मिला है.
ऐतिहासिक दृष्टि से काफी खास है हरियाणा का कुरुक्षेत्र जिला
कुरुक्षेत्र में युधिष्ठिर ने महाभारत युद्ध के पश्चात चार कुपों का निर्माण करवाया था, जिसमें से एक चंद्रकूप है. यहां पर महाभारत युद्ध के बाद द्रौपदी ने अपने खून से सने केश धोए थे. दूसरा कूप रुद्रककूप और तीसरा देवी कूप और चौथा विष्णु कूप है. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व इतिहासकार प्रोफेसर डॉक्टर सुरेंद्र कुमार वशिष्ठ ने जानकारी देते हुए बताया कि विष्णु कूप की गहराई 100 फुट से भी ज्यादा है और इसमें लगी हुई आईटी लाखोरी ईट जो की प्राचीन काल की है.
भगवान विष्णु के नाम से ही विश्व विख्यात
इतिहास में भी इनका वर्णन मिलता है उस समय चुने की लिपाई भी इस पर की गई है. प्राचीन समय में तट के पास स्थित विश्व विख्यात सनहित सरोवर के अंदर से इसमें जल भी आता था. युधिष्ठिर ने महाभारत के युद्ध के बाद ही चारकूपों का निर्माण करवाया था. इनमें से विश्व विख्यात सनहित सरोवर तट के पास प्राचीन लक्ष्मी नारायण मंदिर के अंदर से ही विष्णु कूप मिला है. इस वजह से भी इसे विष्णु कूप कहा जा रहा है, क्योंकि यह मंदिर भी भगवान विष्णु के नाम से ही विश्व विख्यात है.