चरखी दादरी के मशहूर बुजुर्ग धावक रामकिशन ने हैदराबाद में कर दिया कमाल, मेडल मशीन के नाम से पुरे हरियाणा में महशूर
चरखी दादरी :- हरियाणा खेल जगत में अग्रणी है। यहाँ, चरखी दादरी में मेडल मशीन के नाम से प्रसिद्ध बुजुर्ग धावक रामकिशन वर्मा ने एक बार फिर से खेल मैदान में अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया है। 70 वर्ष की उम्र में भी जीत का उत्साह दिखाते हुए उन्होंने हैदराबाद में हुई नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता में छह गोल्ड मेडल जीतकर हरियाणा का नाम रोशन किया है। रामकिशन वर्मा, मूल रूप से चरखी दादरी जिले के गांव भांडवा, अब बाढ़डा में रहते हैं, ने सात वर्ष पहले खेल मैदान में अपनी प्रतिभा दिखाना शुरू किया था। इसके बाद, उन्होंने राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में पदक जीतकर दम लिया है। इसलिए लोग उनको मेडल मशीन कहते हैं।
बने गोल्ड मेडल विजेता
रामकिशन वर्मा ने हैदराबाद में हुए नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 60 मीटर, 100 मीटर, 80 मीटर बाधा दौड़, लंबी कूद और 200 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीता। रविवार, यानी आज, गांव बाढ़डा पहुंचने पर आपका फूलों से स्वागत किया गया।
जीत चुके है 236 मेडल
मेडल मशीन के नाम से प्रसिद्ध रामकिशन वर्मा ने देश-दुनिया के खेल मैदानों पर अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए 236 पदक जीतकर हरियाणा और भारत का नाम रोशन किया है। उनके पास इंटरनेशनल टूर्नामेंट में 6 गोल्ड, राष्ट्रीय टूर्नामेंट में 122 गोल्ड, 23 सिल्वर, 5 कांस्य और राज्य टूर्नामेंट में 80 पदक हैं।