पेरिस पैरालंपिक में नारनौल की बहू ने किया कमाल, ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का सीना किया गर्व से चौड़ा
नारनौल :- खेल जगत में हरियाणा के खिलाड़ियों का नाम सबसे पहले आता है। अब सूबे के खिलाड़ी पेरिस ओलम्पिक की तरह ही पेरिस पैरालंपिक में भी इस बात को साबित कर रहे हैं। पेरिस पैरालंपिक गेम्स के दूसरे दिन भारत ने चार पदक जीते; हरियाणा के खिलाड़ियों ने दो पदक जीते। नारनौल की बहू मोना अग्रवाल ने पैरिस पैरालंपिक गेम्स में 10 मीटर एयर पिस्टल सिंगल इवेंट में पदक का सूखा खत्म करते हुए हिंदुस्तान का गौरव बढ़ाया। मोना अपने परिवार के साथ जयपुर में रहती है और मूल रूप से नांगल चौधरी के गांव कालबा की पुत्रवधू है।
लड्डू बाँटकर खुशी मनाई
खिलाड़ियों की बादशाहत की बदौलत, महेंद्रगढ़ खेल प्रतिभाओं में सदैव निचले पायदान पर रहा है, लेकिन मोना अग्रवाल ने पैरिस पैरालंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर महेंद्रगढ़ को देश-प्रदेश में एक नई पहचान दी है। कालबा गांव के पूर्व सरपंच सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि गांव की बहू ने पैरिस पैरालंपिक में ऐतिहासिक पदक जीता है। गांव पूरी तरह से खुश है। हमारे लिए गर्व की बात है कि मोना ने विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति दर्ज की है। ग्रामवासियों ने इस विशिष्ट उपलब्धि पर लड्डू बांटकर खुशी व्यक्त की है।