दिल्लीवासियों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, अब इन 60 गांवों की जमीन पर बसेगा नया शहर
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों ओर ‘न्यू आगरा’ नामक एक नया शहर बसाने की योजना बनाई है. यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के अधिकार क्षेत्र में स्थापित होने वाले इस शहर को एक विरासत शहर के रूप में विकसित करने का प्लान योगी सरकार का है. 10,500 हेक्टेयर भूमि पर बसने वाले ‘न्यू आगरा’ के लिए आगरा के एतमादपुर तहसील के 60 गांवों की जमीन ली जाएगी. सरकार के नया शहर बसाने की इस योजना से आगरा और उसके आसपास के क्षेत्रों की प्रॉपर्टी की कीमतों में तेजी आने की संभावना है.न्यू आगरा को बसाने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलमेंट अथॉरिटी ने ब्लूप्रिंट तैयार किया है. नया बसने वाला शहर आकार में नोएडा से लगभग आधा होगा. इसे मुख्य रूप से पर्यटन और वाणिज्यिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा. इस योजना का मसौदा एक सलाहकार की मदद से तैयार किया गया है, जिसने क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण किए.
पहले हाथरस जिले में बसाने की बनाई थी योजना
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, प्रारंभिक चरण में चिन्हित अधिकांश भूमि हाथरस जिले में थी, जिसके कारण YEIDA को इस शहर के स्थान को संशोधित करना पड़ा. अब अगले चरण में भूमि का ऑन-साइट सत्यापन किया जाएगा, जिसमें कनेक्टिविटी, अतिक्रमण और अन्य आवश्यक कारकों का आकलन किया जाएगा. अंतिम प्रस्ताव मास्टर प्लान 2041 में शामिल करने के लिए राज्य सरकार को भेजा जाएगा.
नए शहर को आगरा के पर्यटन से वाणिज्यिक लाभ बढ़ाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है. ताजमहल और फतेहपुर सीकरी जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के कारण यह शहर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा. अधिकारियों ने बताया कि ताजमहल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, विशेष रूप से ताज ट्रेपेजियम ज़ोन में, सख्त उत्सर्जन नियंत्रण नियम लागू किए जाएंगे. सार्जनिक स्थानों में थीम पार्क और मनोरंजन क्षेत्र बनाए जाएंगे.
आगरा क्षेत्र में पहली बड़ी परियोजना
यह YEIDA की यमुना एक्सप्रेसवे के पास आगरा क्षेत्र में पहली प्रमुख शहरी विकास परियोजना है. इसे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास के साथ जोड़ा गया है, क्योंकि नया हवाई अड्डा, जो अगले अप्रैल में खुलने वाला है, आगरा में पर्यटकों की संख्या बढ़ा सकता है.
YEIDA के अधिसूचित क्षेत्र में छह जिलों – गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और आगरा – के 1,149 गांव शामिल हैं. विकास कार्य अभी तक मुख्य रूप से गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर में केंद्रित रहा है. अलीगढ़ के टप्पल-बजना क्षेत्र में लॉजिस्टिक्स पार्क और मथुरा के राया क्षेत्र में एक विरासत शहर विकसित करने की योजना भी सरकार ने बनाई है.