Fact Check: अब भी बदल सकते है 500, 1000 के पुराने नोट, जाने क्या है पूरी खबर
नई दिल्ली, Fact Check :- देश के PM नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी. नोटबंदी के दौरान सभी नागरिकों के पुराने नोटों को बैंकों में जमा करवाया गया था, और उनके स्थान पर नए नोट जारी किए गए थे. पुराने नोटों के बदले 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए गए. जबकि 500 और 1000 के पुराने नोटों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. हालांकि RBI ने नागरिकों को समय- समय पर इन नोटों को एक्सचेंज करने का मौका भी दिया था.
विदेशी नागरिकों को पुराने नोट को एक्सचेंज करने की सुविधा
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक मैसेज काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें बताया जा रहा है कि RBI के द्वारा विदेशी नागरिकों के लिए पुराने नोट को Ex-Change करने की सुविधा बढ़ा दी है. जब यह वायरल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था, तभी PIB के द्वारा Viral मैसेज की जांच पड़ताल (Fact Check) की गई. जांच के दौरान पाया गया कि Viral मैसेज पूरी तरह से Fake है, इस मैसेज के पीछे कोई सच्चाई नहीं है.
वायरल मैसेज का सच
PIB ने (Fact Check) करने के बाद Viral मैसेज की सच्चाई बताते हुए कहा कि यह मैसेज RBI के नाम से जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि विदेशी नागरिकों के लिए भारतीय डिमोनेटाइज करेंसी नोटों की Ex-Change सुविधा बढ़ा दी गई है उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के द्वारा ऐसा कोई Message जारी नहीं किया गया, यह मैसेज पूरी तरह से Fake है. भारत में वर्ष 2017 में विदेशी नागरिकों की डिमोनेटाइज़ करेंसी नोटों की एक्सचेंज सुविधा समाप्त कर दी गई थी. इसलिए उन्होंने नागरिकों से कहा कि इस झूठे मैसेज को आगे वायरल ना करें.
बिना मैसेज की सत्यता जाने मैसेज को Viral ना करें
आजकल सोशल मीडिया का प्रचलन बहुत ज्यादा बढ़ गया है, तरह- तरह के मैसेज सोशल Media पर वायरल होते रहते है, इनमें से कुछ सही मैसेज तो वही कुछ झूठे मैसेज होते हैं. जब तक Users को वायरल मैसेज के पीछे की सच्चाई का पता न चल जाए तब तक किसी भी मैसेज को आगे Share ना करें. आजकल ऐसे लिंक भी सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं जिन पर Click करते ही व्यक्ति का Account खाली हो जाता है. इसलिए अपनी और दूसरों की सेफ्टी के लिए किसी भी मैसेज की सत्यता जाने बगैर उसको आगे शेयर ना करें.