हरियाणा सरकार के बड़े ऐलान से OBC वर्ग की हुई चांदी, अब आसान होगी सरकारी नौकरी की राह
चंडीगढ़ :- हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के प्रमाण पत्र बनाने में किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। ओबीसी प्रमाण पत्र घर बैठे ऑनलाइन बनवाए जा सकेंगे। भाजपा सरकार ने पिछड़ा वर्ग के शैक्षणिक, सामाजिक व आर्थिक उत्थान तथा ओबीसी वर्ग के युवाओं को सरकारी नौकरियों में बढ़ावा देने के लिए पिछड़े वर्ग की क्रीमी लेयर की आय सीमा को छह लाख रुपये से बढ़ाकर आठ लाख रुपये वार्षिक कर दिया है। केंद्र सरकार की तर्ज पर इस वार्षिक आय में वेतन और कृषि से अर्जित आय को शामिल नहीं किया जाएगा, जिससे ओबीसी वर्ग से जुड़े लाखों लोगों को फायदा होगा।
रिक्त पदों को भरने के लिए चलेगा विशेष अभियान
पिछड़ा वर्ग-ए को 8 फीसदी रिजर्वेशन
पिछड़ा वर्ग के समुचित विकास की योजनाओं को सिरे चढ़ाने के लिए भाजपा सरकार द्वारा हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन पहले ही किया जा चुका है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की सिफारिशों के आधार पर पिछड़ा वर्ग-बी को पंचायती राज संस्थाओं और नगरपालिकाओं में पांच प्रतिशत तथा पिछड़ा वर्ग-ए को आठ प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया जा चुका है। वर्तमान में हरियाणा से भाजपा के पांच लोकसभा सदस्यों में से दो पिछड़ा वर्ग से हैं जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में मंत्री पद संभाल रहे हैं। राज्यसभा में भी एक सांसद पिछड़ा वर्ग से है। मुख्यमंत्री नायब सैनी स्वयं पिछड़ा वर्ग समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं।
हुनर और कला पर भी फोकस
हरियाणा के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव तरुण भंडारी के अनुसार डबल इंजन की सरकार पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। सृष्टि रचयिता भगवान विश्वकर्मा से जुड़ा यह समाज अपने हुनर व दस्तकारी कला को संजोये हुए है। मिट्टी के बर्तन बनाने वाले, आभूषण गढ़ने वाले, कपड़े सीलने वाले, मूर्तियां और मकान बनाने वाले कारीगर अपने हुनर तथा कौशल के बल पर पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ रहे हैं। इनकी आर्थिक उन्नति सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा व केंद्र की डबल इंजन सरकार ने ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ का लाभ देने का काम किया है।