नई दिल्ली :- भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा के लिए सिर्फ पढ़ाई में होशियार होना ही काफी नहीं, बल्कि लगन, संकल्प और दबाव झेलने की क्षमता भी बहुत जरूरी हो जाती है। पूजा यादव की आईपीएस (IPS) अफसर बनने की कहानी इसका एक बेहतरीन उदाहरण है। पूजा यादव का जन्म 20 सितंबर, 1988 को हरियाणा के सोनीपत में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। अपने शहर से ही स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने बायोटेक्नोलॉजी में बी.टेक (B. Tech) और फिर फूड टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट में एम.टेक (M. Tech) किया।
पूजा अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए पढ़ाई पूरी करने के बाद विदेश चली गईं। वह कुछ समय के लिए जर्मनी और कनाडा में नौकरी करती रहीं। उन्हें अपने देश के विकास में योगदान देने की तीव्र इच्छा हुई। दूसरे देश के लिए काम करने की बजाय अपने देश के लिए कुछ करने का जज्बा उनमें जागा।
यूपीएससी परीक्षा में उनका पहला प्रयास सफल नहीं रहा। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी।अटूट ध्यान और कड़ी मेहनत से, पूजा ने 2018 में 174वीं अखिल भारतीय रैंक (AIR) के साथ परीक्षा पास कर ली। वह गुजरात के राजकोट शहर में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) यातायात के रूप में कार्यरत हैं। यातायात नियम उल्लंघन करने वालों के खिलाफ उनकी सख्त कार्रवाई ने उन्हें बहुत सम्मान भी दिलाया है।
निजी जीवन की बात करें तो, पूजा ने साल 2016 के केरल कैडर के आईएएस (IAS) अधिकारी विकलप भारद्वाज से शादी की। आईपीएस पूजा यादव ने 18 फरवरी, 2021 को उन्होंने शादी कर ली। दोनों की मुलाकात मसूरी के अंदर लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन एकेडमी में प्रशिक्षण के दौरान हुई थी। IPS पूजा का जीवन संघर्षों से भरा रहा। उन्होंने आर्थिक तंगी का भी सामना किया लेकिन, इनसे कभी हार नहीं मानी। उनका मानना था कि अगर मन में कुछ करने की ठान ली जाए, तो कोई भी मुश्किल हमारे रास्ते को रोक नहीं सकती।