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स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया से लोन वालों की हुई मौज, अब हर महीने की EMI में मिलेगी बड़ी राहत

नई दिल्ली :- रेपो रेट में गिरावट आने की वजह से सबसे ज्यादा लाभ होम लोन के ग्राहकों को हो रहा है। कुछ बैंकों ने तो होम लोन की किस्तों को भी कम कर दिया है। हाल ही में देश के सबसे बड़े सरकारी  बैंक ने होम लोन की किस्त (loan installment) को कम करने का फैसला लिया है। इससे करोड़ों ग्राहकों को लाभ मिला है बैंक के इस फैसले से होम लोन वालों की EMI कम हुई हैं। आईये नीचे खबर में जानते हैं

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लेंडिंग रेट में कटौती का ऐलान

हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट (current repo rate) में कटौती कर दी थी। इस कटौती के बाद से ही ने लोन पर लगने वाली ब्याज दरों को भी काफी ज्यादा सस्ता कर दिया गया है। इसकी वजह से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन (Tips for personal loan) लेने वाले ग्राहकों को काफी राहत मिल रही है। इसी क्रम में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने बाहरी बेंचमार्क आधारित लेंडिंग रेट (EBLR) और रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में कटौती करने का भी ऐलान कर दिया है।

रेपो रेट में हुई कटौती

रेपो रेट में फिलहाल 0.25 प्रतिशत (25 बेसिस पॉइंट) तक की कमी देखने को मिल रही है। RBI ने अपनी मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की बैठक में रेपो रेट को 6.50 प्रतिशत से कम करके 6.25 प्रतिशत तक की कटौती (Repo rate cut) कर दी है। इसके बाद से ही बैंकों ने भी अपने लोन की ब्याज दरें को कम कर दिया है। ब्याज की नई दरों को 15 फरवरी 2025 से लागू किया जाएगा। एसबीआई ने मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR kya h), बेस रेट और बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR kya h) में फिलहाल किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया है।

 

EBLR में हुई कटौती

 

हाल ही में एसबीआई ने अपने बाहरी बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR new update) को 9.15 प्रतिशत + CRP + BSP से घटाकर 8.90 प्रतिशत + CRP + BSP के हिसाब से कर दिया है। यानी इसमें 0.25 प्रतिशत तक (25 बेसिस पॉइंट) की कमी की गई है। इसकी वजह से सीधा लाभ उन ग्राहकों को होगा जिनका लोन EBLR (EBLR Cut effect) से जुड़ा हुआ है। जैसे कि होम लोन, पर्सनल लोन और अन्य खुदरा ऋण में भी होता है। ब्याज दर (intrest rate of loan) में कमी होने की वजह से ग्राहकों की ईएमआई को भी कम किया जा सकता है या फिर वे जल्दी अपने कर्ज को भी चुका सकते हैं।

RLLR भी हुई कटौती

एसबीआई ने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR cut effect on EMI) को 8.75 प्रतिशत + CRP से घटाकर 8.50 प्रतिशत + CRP कर दिया है। RLLR सीधे RBI की रेपो रेट से जुड़ा हुआ होता है। इस वजह से अगर इसमें किसी भी तरह का कोई बदलाव होता हैं तो इसका लाभ ग्राहकों (update for bank customers) को तुरंत ही दिया जाता है। इसमें बदलाव किये जाने पर ग्राहकों को तुरंत ही इसका फायदा होता है। इसका मतलब यह है कि जिन ग्राहकों के लोन RLLR (RLLR kya h) से जुड़े हुए हैं, वे अब काफी कम ब्याज दर पर लोन का भुगतान कर पाएंगे। खासतौर पर होम लोन और बिजनेस लोन लेने वालों के लिए ये काफी राहत की बात होगी।

ब्याज दरों में कटौती की वजह से होगा लाभ

ब्याज दरों में कटौती होने की वजह से होम लोन की ईएमआई (EMI of personal loan) को भी कम किया जा सकता है। अगर कोई ग्राहक 20 साल की अवधि के लिए होम लोन का भुगतान कर रहा है तो इसकी वजह से उसकी मासिक किस्तों (interest rate cut effect on EMI) में भी लगभग 1.8 प्रतिशत तक की कमी देखने को मिल सकती है।

इनमें नहीं हुआ बदलाव

एसबीआई ने अपने MCLR, (Marginal Cost of the Fund-Based Lending Rate) बेस रेट और बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) में फिलहाल किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है।  इसका मतलब है कि जिन ग्राहकों के लोन MCLR से जुड़े हुए हैं, उन्हें फिलहाल लोन (best bank for personal loan) में किसी तरह की कोई राहत नहीं मिल रही है। हांलांकि, वे अपने लोन को EBLR या RLLR पर ट्रांसफर कराकर ब्याज दर में कमी होने का लाभ भी उठा सकते हैं।

Author Deepika Bhardwaj

नमस्कार मेरा नाम दीपिका भारद्वाज है. मैं 2022 से खबरी एक्सप्रेस पर कंटेंट राइटर के रूप में काम कर रही हूं. मैंने कॉमर्स में मास्टर डिग्री की है. मेरा उद्देश्य है कि हरियाणा की प्रत्येक न्यूज़ आप लोगों तक जल्द से जल्द पहुंच जाए. मैं हमेशा प्रयास करती हूं कि खबर को सरल शब्दों में लिखूँ ताकि पाठकों को इसे समझने में कोई भी परेशानी न हो और उन्हें पूरी जानकारी प्राप्त हो. विशेषकर मैं जॉब से संबंधित खबरें आप लोगों तक पहुंचाती हूँ जिससे रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं.

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