Haryana Weather: अगले दो दिनों में शिमला बन सकता है हरियाणा, भारी ओलावृष्टि और बारिश का अलर्ट
चंडीगढ़ :- हरियाणा समेत उत्तर भारत में फिर से ठंड ने दस्तक दे दी है। वीरवार रात हरियाणा, पंजाब और यूपी के कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई है। आज सुबह हरियाणा, यूपी के कई शहरों में कोहरा छाया रहा। हिसार, सरसा, फतेहाबाद में भी कोहरे का असर दिखाई दिया। मौसम विभाग की मानें तो शुक्रवार को भी हरियाणा के उत्तरी शहरों में हल्की बारिश की संभावना है। बाकी क्षेत्रों में बादलों के साथ दिन भर पांच से छ: कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेगी। वहीं हरियाणा के फतेहाबाद के जाखल मंडी व टोहाना, हिसार के उकलाना में ओलावृष्टि हुई। पानीपत, करनाल और कैथल के कलायत में भी ओलावृष्टि हुई।
पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा
आपको बता दें कि 24 और 26 फरवरी को भी एक के बाद एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा। जिसके कारण मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।
पूरे दक्षिण बंगाल में गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान
कोलकाता और दक्षिणी पश्चिम बंगाल के कई अन्य जिलों में भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़े। कोलकाता के आसमान में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। आईएमडी ने दक्षिण बंगाल के लिए आॅरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें पूरे दिन गरज के साथ छींटे पड़ने और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। उत्तर बंगाल में भी छिटपुट बारिश की संभावना है। आईएमडी ने रविवार तक कोलकाता समेत पूरे दक्षिण बंगाल में गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान लगाया है। कोलकाता, पूर्वी मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना में हवा की गति 30 से 40 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि मौजूदा मौसम पैटर्न के सप्ताहांत तक बने रहने की उम्मीद है, लेकिन मौसम विभाग ने सोमवार से बदलाव का संकेत दिया है। आईएमडी की रिपोर्ट से आगे के विवरण से पता चलता है कि 19 से 20 फरवरी और फिर 22 से 23 फरवरी तक दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की उम्मीद है। गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल से तेलंगाना तक फैली एक ट्रफ, बंगाल की खाड़ी से मजबूत नमी के साथ मिलकर इस मौसम का एक प्रमुख कारण है। पूवार्नुमान में कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलने की संभावना भी शामिल है।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बारिश और बर्फबारी हुई, जिससे गुरुवार को पारा नीचे चला गया। इस महीने कश्मीर में बारिश और बर्फबारी के दो और दौर होने की संभावना है, जिससे घाटी में लगभग एक महीने तक सूखे के बाद इस क्षेत्र में कुछ राहत मिलने की उम्मीद है, जहां पिछले दो महीनों में कोई बड़ी बर्फबारी और बारिश नहीं हुई है।इस दौरान 27-28 दिसंबर, 4-5 जनवरी और 16 जनवरी को तीन बार हल्की बर्फबारी हुई है।
श्रीनगर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि 1 जनवरी से 20 फरवरी तक कश्मीर में 80% कम बारिश और बर्फबारी हुई, जबकि जम्मू संभाग में 83% कम बारिश और बर्फबारी हुई, जिससे कृषि और बागवानी क्षेत्र से जुड़े लोग चिंतित हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन हफ्तों में और अधिक बारिश और बर्फबारी की भविष्यवाणी की है।उत्तर और मध्य कश्मीर के ऊपरी इलाकों में 8 से 10 इंच ताजा बर्फबारी दर्ज की गई, जबकि कश्मीर के मैदानी इलाकों में व्यापक वर्षा दर्ज की गई। गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग जैसे पर्यटन स्थलों पर भी सुबह से ताजा हल्की बर्फबारी दर्ज की गई। कश्मीर के मुख्य वन संरक्षक इरफान रसूल ने कहा, “अधिक बारिश और बर्फबारी हमारे जंगलों के लिए अच्छी होगी और जम्मू-कश्मीर में जंगल की आग को रोकेगी।”