चेक भरते और देते टाइम भूलकर भी न करें ये गलती, नहीं तो हो सकती है जेल
नई दिल्ली :- आज के डिजिटल युग में भले ही ऑनलाइन बैंकिंग और डिजिटल भुगतान का चलन बढ़ गया है, लेकिन चेक का महत्व अभी भी कम नहीं हुआ है। बड़ी राशि के लेनदेन, आधिकारिक भुगतान या कानूनी प्रक्रियाओं में चेक का इस्तेमाल आज भी किया जाता है। बैंक हमें चेकबुक की सुविधा देते हैं, जिससे हम अपने खाते से दूसरे व्यक्ति या संस्था के खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। लेकिन चेक भरते समय कई बार हमसे कुछ छोटी-छोटी गलतियां हो जाती हैं, जो बड़ी परेशानी का कारण बन सकती हैं। इन गलतियों की वजह से न सिर्फ आपका चेक बाउंस हो सकता है, बल्कि कभी-कभी आपको कानूनी परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
रकम के बाद ‘ओनली’ लिखना न भूलें
चेक भरते समय की जाने वाली सबसे आम गलतियों में से एक है रकम के बाद ‘ओनली’ शब्द न लिखना। जब आप किसी को चेक देते हैं, तो आपने जो राशि शब्दों में लिखी है, उसके अंत में ‘ओनली’ जरूर लिखें, जैसे ‘Five Lakhs Only’। इसी तरह, अंकों में लिखी गई रकम के बाद में तिरछा डंडा (/) लगाना भी बहुत जरूरी है, जैसे ‘500000/’। इस तरह से लिखने का मुख्य कारण है धोखाधड़ी से बचना। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो दुर्भावनापूर्ण व्यक्ति राशि के आगे कुछ और अंक या शब्द जोड़कर आपके खाते से ज्यादा पैसे निकलवा सकता है। इसलिए, हमेशा चेक में रकम लिखने के बाद ‘ओनली’ शब्द और तिरछा डंडा लगाना न भूलें।
खाली चेक पर हस्ताक्षर करने से बचें
कई बार हम किसी पर भरोसा करके या जल्दबाजी में खाली चेक पर हस्ताक्षर करके दे देते हैं। यह बहुत बड़ी और खतरनाक गलती है। खाली चेक पर हस्ताक्षर करने का मतलब है कि आप किसी को अपने बैंक खाते का खुला एक्सेस दे रहे हैं। वह व्यक्ति उस पर कितनी भी राशि लिखकर आपके खाते से पैसे निकाल सकता है। इसलिए, कभी भी किसी को खाली चेक पर हस्ताक्षर करके न दें। चेक पर हस्ताक्षर करने से पहले हमेशा उस पर तारीख, राशि और जिसके नाम चेक दिया जा रहा है, उसका नाम अवश्य लिखें। अगर किसी विश्वसनीय व्यक्ति को भी खाली चेक देना हो, तो उस पर क्रॉस कर दें और ‘अकाउंट पेयी’ लिख दें, जिससे वह सिर्फ बैंक खाते में ही जमा हो सके।
सही हस्ताक्षर करना है जरूरी
चेक बाउंस होने का सबसे आम कारण है गलत हस्ताक्षर। बैंक में जब आप खाता खोलते हैं, तो आप अपने हस्ताक्षर का नमूना देते हैं। जब आप चेक पर हस्ताक्षर करते हैं, तो बैंक उसे आपके खाते में दिए गए हस्ताक्षर के नमूने से मिलान करता है। अगर हस्ताक्षर मेल नहीं खाते, तो बैंक चेक को बाउंस कर देता है। इसलिए, हमेशा चेक पर वैसे ही हस्ताक्षर करें, जैसे आपने बैंक फॉर्म पर किए थे। अगर आपके हस्ताक्षर समय के साथ बदल गए हैं, तो बैंक में जाकर अपना हस्ताक्षर अपडेट करवा लें। यह छोटी सी सावधानी आपके चेक के बाउंस होने की संभावना को कम कर देगी और आपको परेशानी से बचाएगी।
सही तारीख लिखना न भूलें
चेक पर सही तारीख लिखना बहुत जरूरी है। गलत तारीख लिखने पर बैंक चेक को स्वीकार नहीं करता है। चेक पर तारीख तीन तरह से महत्वपूर्ण होती है: पहला, अगर आप छह महीने से पुरानी तारीख का चेक दें, तो वह मान्य नहीं होगा। दूसरा, भविष्य की तारीख (पोस्ट-डेटिंग) वाला चेक उस तारीख से पहले भुनाया नहीं जा सकता। और तीसरा, अगर तारीख में कोई अस्पष्टता है, जैसे अंकों के ऊपर-नीचे कुछ लिखा है या काटा-पीटी की गई है, तो बैंक ऐसे चेक को भी अस्वीकार कर सकता है। इसलिए, चेक भरते समय दिन, महीना और साल सही-सही लिखें और किसी भी तरह की अस्पष्टता से बचें।
पक्की स्याही का प्रयोग करें
चेक भरते समय हमेशा पक्की स्याही (परमानेंट इंक) वाले पेन का इस्तेमाल करें। कई बार लोग ऐसे पेन से चेक भरते हैं, जिसकी स्याही फीकी होती है या जिसे आसानी से मिटाया जा सकता है। ऐसे में, दुर्भावनापूर्ण व्यक्ति चेक पर लिखी जानकारी को मिटाकर या बदलकर धोखाधड़ी कर सकता है। पक्की स्याही वाले पेन से लिखने पर यह संभावना कम हो जाती है, क्योंकि इसे मिटाना या बदलना मुश्किल होता है। इसके अलावा, चेक पर लिखावट साफ और स्पष्ट होनी चाहिए, ताकि बैंक कर्मचारियों को पढ़ने में कोई परेशानी न हो। धुंधली या अस्पष्ट लिखावट भी चेक के बाउंस होने का कारण बन सकती है।
खाते में पर्याप्त बैलेंस सुनिश्चित करें
चेक बाउंस होने का सबसे आम कारण है खाते में पर्याप्त बैलेंस न होना। जब आप किसी को चेक देते हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आपके खाते में उतनी राशि मौजूद है। चेक बाउंस होने पर न सिर्फ आपकी साख पर बट्टा लगता है, बल्कि बैंक भी आपसे जुर्माना वसूल सकता है। इसके अलावा, अगर बड़ी राशि का चेक बाउंस होता है, तो चेक प्राप्तकर्ता आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है या कभी-कभी जेल भी जाना पड़ सकता है। इसलिए, हमेशा चेक देने से पहले अपने खाते में पर्याप्त बैलेंस होना सुनिश्चित करें और अगर थोड़ी देर बाद बैलेंस आने वाला है, तो चेक पर भविष्य की तारीख लिखें।