डॉलर के मुकाबले 1 महीने में रुपए में सबसे बड़ी गिरावट, जाने क्यों कमजोर हो रही है भारत की करेंसी
नई दिल्ली :- अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया में गिरावट का सिलसिला जारी है. सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 38 पैसे टूटकर 87.33 पर बंद हुआ. पिछले एक महीने में यह सबसे बड़ी गिरावट है. कच्चे तेल की कीमतों में अस्थिरता, वैश्विक टैरिफ को लेकर अनिश्चितता और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली के चलते रुपये पर दबाव बना रहा. फॉरेक्स ट्रेडर्स के अनुसार, डॉलर की कमजोरी के बावजूद घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली के कारण रुपये पर नकारात्मक असर पड़ा. इंटरबैंक फॉरेक्स मार्केट में रुपया 87.24 पर कमजोर खुला और दिनभर भारी उतार-चढ़ाव के बीच 87.36 के निचले स्तर तक गया. हालांकि, दिन के उच्चतम स्तर 87.16 को छूने के बाद अंततः यह 87.33 पर बंद हुआ.
इससे पहले, 5 फरवरी को रुपये में 39 पैसे की बड़ी गिरावट देखी गई थी. वहीं, पिछले शुक्रवार को रुपये ने 17 पैसे की मजबूती दिखाई थी और 86.95 पर बंद हुआ था.
कैसा रहा क्रूड मार्केट और शेयर बाजार
सोमवार को डॉलर इंडेक्स 0.15% की गिरावट के साथ 103.65 पर कारोबार कर रहा था. दूसरी ओर, वैश्विक बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.28% बढ़कर 70.56 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जिसका असर रुपये की कमजोरी के रूप में दिखा. सोमवार को स्थानीय शेयर बाजार में BSE सेंसेक्स 217.41 अंकों की गिरावट के साथ 74,115.17 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 92.20 अंक गिरकर 22,460.30 पर आ गया. इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार से 2,035.10 करोड़ रुपये की बिकवाली की.
विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 28 फरवरी को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.781 अरब डॉलर घटकर 638.698 अरब डॉलर रह गया. इससे पहले के सप्ताह में यह भंडार 4.758 अरब डॉलर की बढ़त के साथ 640.479 अरब डॉलर तक पहुंच गया था.