होम लोन लेते समय भूलकर भी ना करें ये गलती, नहीं तो सात पुस्त भी नहीं चुका पाएँगी लोन
नई दिल्ली :- देशभर में प्रोपर्टी की कीमतें आसमान को टच करती ही जा रही है। इतनी महंगाई के चलते खुद का घर खरीदना कोई आम बात नही है। ज्यादातर लोग घर लेते वक्त लोन का सहारा ले लेते है। जो की हर बैंक ऑफर कर रहा है। ऐसे में अगर आप भी बैंक से होम लोन लेने की प्लानिंग कर रहे है तो आज की यह खबर आपके लिए बड़े ही काम की है। आज हम आपको बताने जा रहे है कि होम लोन देते समय बैंक वाले करते हैं कौन-कौन सी चालाकी। उदाहरण के लिए कहा जा सकता है कि दिल्ली-एनसीआर के आसपास जितनी भी सोसाइटियां बनी हैं उनके ज्यादातर नौकरीपेशा लोगों ने फ्लैट खरीदकर अपना घर होने का सपना पूरा किया है। बहुत कम ही लोग ऐसे होंगे जिन्होंने कैश देकर घर खरीदा होगा। ज्यादातर लोगों ने लोन लेकर अपने घर या फ्लैट के ख्वाब को सच किया होगा। यह बात केवल दिल्ली और आस पास के लिए नहीं बल्कि देश के सभी मेट्रो और बड़े शहरों पर लागू होती है।
केवल एक्स्पर्टस् ही बच पाते हैं (property experts)
लेकिन हम आज बात लोगों के घर का सपना साकार होने की नहीं कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं कि जब लोग सपना साकार करने के करीब होते हैं तो वे भावुक होते हैं। उन्हें इसकी इतनी उत्सुक्ता होती है कि कई बार वे लोन देने वाली संस्थाओं के कुचक्र में फंस जाते हैं। केवल चंद जानकार लोग ही होते हैं जो बैंकों के या वित्तीय संस्थाओं के इस कुचक्र से खुद को बचा पाते हैं। आज हम इस कुचक्र की बात ही करने जा रहे हैं और आपको समझाने का प्रयास करेंगे कि आपको क्या करना चाहिए। आप कैसे इस प्रकार के झांसे में फंसे और लंबे समय तक अपनी जेब पर बेवजह का बोझ न लाद लें।
बैंक का मकसद होता है पैसा कमाना
बैंकों और वित्तीय संस्थाओं का केवल एक मकसद होता है कि कैसे ज्यादा से ज्यादा पैसा ग्राहक से कमाया जाए। वे आपके हित के लिए कम और अपने हित के लिए ज्यादा काम करते हैं। आपका हित केवल इतना है कि आप कैसे जानकारी के साथ अपने कदम बढ़ाएं।
बैंक बेच देते हैं Insurance Policy
बैंक आपको लोन देता है। यह ठीक है। बैंक आपको लोन के साथ अब एक इंश्योरेंस पॉलिसी भी बेच देता है। यह थोड़ा विचारणीय है। बैंक आपको लोन देता है उस पर ब्याज लेता है। बैंक आपको टर्म इंश्योरेंस देता है ताकि वह अपने लोन की सुरक्षा ले सके। यह अलग बात है कि बैंक लोन की सुरक्षा के लिए एक गारंटर भी लेता है। कोर्ट के आदेशानुसार भी यह साफ है कि लोन लेने वाले के साथ उसका गारंटर भी लोन चुकाने के लिए जवाबदेह है।
यहां हो जाती है चूक
इन सब बातों भी बैंक अपनी एक और सुरक्षा तैयार करता है। वह टर्म इंश्योरेंस के साथ अपने पैसे की डबल सुरक्षा की गारंटी कर लेता है। चलिए बात यहां तक तो ठीक है। लेकिन बैंक यहां पर आपको सही और उचित जानकारी नहीं देता है। या लोन लेने वाले लोग अपनी भावुकता और उत्सुक्ता के चलते अमूमन इस बात पर ध्यान नहीं दे पाते।