Edible Oil: खाने वाले तेल हो गए सस्ते, सरसों समेत कई तेल की कीमतों में आई गिरावट
नई दिल्ली :- हाल ही में खबर आई है कि खाने वाले तेलों के दाम में काफी गिरावट आई है. सरसों समेत कई तेल की कीमत कम हो गई है. किसानों द्वारा नीचे भाव में बिकवाली नहीं करने से एक ओर जहां सरसों तेल- तिलहन और सोयाबीन तिलहन Price में सुधार आया है वही सूरजमुखी Oil के सस्ता होने से सोयाबीन तेल कीमतों में काफी गिरावट आ गई है. मूंगफली तेल तिलहन, कच्चा पाम तेल और पामोलिन तथा बिनौला तेल कीमतों में कुछ ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है.
सरसों तेल और सोयाबीन तेल में आई गिरावट
तेल की कीमतों में आज मिलाजुला कारोबार देखने को मिला है. किसानों द्वारा नीचे भाव में बिकवाली नहीं करने से एक और जहां सरसों के तेल तिलहन और सोयाबीन तिलहन में पहले से सुधार आया है वहीं अगर हम Soyabin तेल की बात करें तो सूरजमुखी Oil Price Chep होने से सोयाबीन के तेल में भी काफी गिरावट आ गई है. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
जाने क्या है एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट से पता लगा है कि पिछले 3 महीने में 9 जनवरी से लेकर मार्च तक सूरजमुखी तेल का 8.68 लाख टन का Import हुआ है. यह आयात इतना ज्यादा है कि आने वाले 6 महीने की मांग को पूरा कर देगा. आगे Import और भी ज्यादा बढ़ेगा और सूरजमुखी तेल का दाम इतिहास में पहली बार सीपीओ, पामोलिन से कम हो जाएगा. आयात बढ़ने से सोयाबीन की मांग में भी काफी प्रभाव पड़ेगा. बंदरगाह पर सूरजमुखी तेल का थोक भाव लगभग ₹78 लीटर बैठता है. अगर हम न्यूनतम मूल्य के हिसाब से देसी तेल तिलहन का भाव देखे तो इनका भाव 125 से ₹125 प्रति लीटर बैठता है.
सरसों तेल का क्या हुआ Rate
हमारे देसी तेल तिलहनों की बात करें तो इनका बाजार में खपना मुश्किल लग रहा है. सबसे बड़ी समस्या देसी तिलहन से प्राप्त होने वाले खल की है, जिसके Import में भी समस्या है. क्योंकि विदेश में कम उपलब्धता होने के कारण आयात मांग को पूरा करना मुश्किल हो जाएगा. पिछले साल सरसों खल का भारी मात्रा में Export हुआ था. परंतु इस साल देश को अपनी खपत के लिए सरसों खल की दिक्कत आ सकती है.
काफी सारे तेल हुए सस्ते
सूत्रों के हिसाब से पता लगा है कि रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 4 महीने के व्यापार गलियारा खोलने के कारण सूरजमुखी के भाव सीपीओ पामोलिन तेल से भी सस्ते हो गए हैं. सूरजमुखी के भाव में कमी आने की वजह से सोयाबीन की भी मांग प्रभावित हुई है. इसी कारण देश के सरसों और सूरजमुखी तेल भी एमएसपी से भी नीचे दाम पर पहुंच गए हैं. तेल पेराई करने वाली मिलो को देशी तिलहनों की पेराई करने में 4-5 किलो का नुकसान होगा.
आइए चेक करें तेल के रेट्स-
- सरसों तिलहन – 5,285-5,335 रुपये प्रति क्विंटल
- मूंगफली – 6,815-6,875 रुपये प्रति क्विंटल
- मूंगफली तेल मिल डिलिवरी – 16,700 रुपये प्रति क्विंटल
- मूंगफली रिफाइंड तेल 2,545-2,810 रुपये प्रति टिन
- सरसों तेल दादरी- 10,850 रुपये प्रति क्विंटल
- सरसों पक्की घानी- 1,705-1,775 रुपये प्रति टिन
- सरसों कच्ची घानी- 1,705-1,825 रुपये प्रति टिन
- तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल
- सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 11,080 रुपये प्रति क्विंटल
- सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 10,980 रुपये प्रति क्विंटल
- सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,340 रुपये प्रति क्विंटल
- सीपीओ एक्स-कांडला- 8,800 रुपये प्रति क्विंटल
- बिनौला मिल डिलिवरी – 9,600 रुपये प्रति क्विंटल
- पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,250 रुपये प्रति क्विंटल
- पामोलिन एक्स- कांडला- 9,300 रुपये प्रति क्विंटल
- सोयाबीन दाना – 5,260-5,410 रुपये प्रति क्विंटल
- सोयाबीन लूज- 5,020-5,060 रुपये प्रति क्विंटल
- मक्का खल (सरिस्का)- 4,010 रुपये प्रति क्विंटल