जज्बे को सलाम: 81 की उम्र में पूर्व सैनिक ने पास की स्नातक, सेना में रहकर लड़ चुके है तीन युद्ध
करनाल :- कहते हैं जब किसी के मन में कुछ सीखने की इच्छा हो तो उम्र की बाधा उनके रास्ते में नहीं आ सकती. बहुत बार ऐसा भी होता है कि स्थितियाँ और दूसरे से मिला प्रोत्साहन भी उच्च शिक्षा के दरवाजे खोल देता है, जिससे न सिर्फ हमारी काबिलियत बढ़ती है बल्कि दूसरों का जीवन भी प्रकाशित हो जाता है. सोमवार को IGNOU के करनाल Regional Office में आयोजित हुए दीक्षांत समारोह में इस प्रकार के कई उदाहरण थे.
81 साल की आयु में बने स्नातक
जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं वह इनमें से ही एक सिरसा के पूर्व सैनिक है जिन्होंने 81 की उम्र में B. A. की डिग्री हासिल की है. वहीं दूसरी तरफ चंडीगढ़ के एक जोड़े ने मास्टर इन सोशल वर्क काउंसिलिंग (MSWC) की Degree हासिल की है. ये पति-पत्नी अब लीवर ट्रांसप्लांट को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाएंगे. सेना में रहकर तीन लड़ाई लड़ चुके सिरसा के लाल चंद गोदारा को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहन उनकी दोनों पोतियों से मिला.
आगे करेंगे M. A की पढ़ाई
लालचंद गोदारा की दोनों पोतियाँ MBBS कर रही है. दादा से ज्यादा स्नेह होने के कारण वे उन्हें भी अपने साथ पढ़ने के लिए कहती रही. अब दादा लाल चंद इग्नू से M. A की पढ़ाई करेंगे. आपको बता दें कि लालचंद खेलों में भी काफी भाग लेते हैं और वह अब तक 40 से अधिक पदक अपने नाम कर चुके हैं. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
सेना में रहकर 3 लड़ाइयों में लिया था हिस्सा
लाल चंद गौदारा ने अपनी बातचीत में बताया कि उन्होंने 1962, 65 और 71 की लड़ाई में सैनिक के रूप में हिस्सा लिया था तथा 200 महीने को धूल चटा दी थी. इसके बाद 1972 से लेकर 2002 तक परिवहन विभाग में Yard Master के रूप में सेवाएं दीं. नौकरी पूरी करने के बाद उन्होंने हैमर और डिसकस थ्रो खेलना शुरू किया और वह अब तक 40 से ज्यादा पदक अपने नाम कर चुके हैं. लालचंद गोदारा बताते हैं कि वह हर दिन 11 किलोमीटर की दौड़ लगाते है इसलिए 81 साल की उम्र में भी उनमें 18 जैसा जोश बना हुआ है.